भारत सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद से वैश्विक राजनीति में हलचल है। पाकिस्तान इसके अंतराष्ट्रीयकरण करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रख रहा। इसलिए भारत सरकार सजग होकर दुनिया के तमाम ताकतवर मूल्कों तक अपनी बात पहुंचा रही है।
इसी कड़ी में पीएम मोदी ने मंगलवार को ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से फोन पर पर बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग ले रहे भारतीयों से हिंसा का मुद्दा भी उठाया।
पीएम ने उच्चायोग के बाहर जुटी भीड़ द्वारा एजेंडे के तहत की गई हिंसा और तोड़फोड़ का जिक्र कर इस पर चिंता जताई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर पर भी बात हुई। ब्रिटिश पीएम जानसन ने साफ कहा है कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है। दोनों देशों को आपसी बातचीत से इसका समाधान निकालना चाहिए।
पीएम ऑफिस के अनुसार जॉनसन ने इस मामले को दु:खद बताया है। उन्होंने भारतीय समकक्ष को भरोसा दिलाया कि उच्चायोग, उसके कर्मचारी और वहां आने वालों की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरान मोदी ने वैश्विक आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया। इससे पहले मोदी ने जॉनसन को पीएम चुने जाने पर बधाई दी। ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने भी मोदी को दोबारा पीएम बनने की बधाई दी। इससे पहले अमेरिका भी आपसी बातचीत से मुद्दे को सुलझाने की बात कह चुका है।