प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ड्रोन के जरिए केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। पीएम मोदी केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों से संतुष्ट नजर आए। इस दौरान उन्होंने अधिकारयों को दिशा निर्देशित भी किया।
केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ध्यान लगाने के लिए केदारनाथ में केंद्र और कक्ष विकसित किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि एक गुफा में ध्यान लगाने की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मोबाइल एप के जरिए गौरीकुंड से केदारनाथ तक श्रद्धालुओं को अलग-अलग भाषाओं में जानकारी देने पर जोर दिया। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने ये जानकारी देते हुए ये भी बताया कि केदारनाथ में एंट्री प्वॉइंट पर प्लाजा का निर्माण कार्य भी चल रहा है। वहीं उन्होंने ये भी बताया कि पीएम मोदी निर्माण कार्यों से संतुष्ट हैं।
गौरतलब है, आपदा से बुरी तरह ध्वस्त हुई केदारपुरी के नव निर्माण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में लिया है। बीते वर्ष 20 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के मौके पर वहां पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को बाबा केदारनाथ का बेटा बताकर ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति अपनी मंशा भी जाहिर कर दी थी। चालू वर्ष में बीती 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ड्रोन तकनीक की मदद से केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का बारीकी से मुआयना किया था।
ड्रोन के जरिये तकरीबन 20 मिनट तक मोदी ने मुख्य मंदिर और पुराने चबूतरे के आकार से ढाई गुना से ज्यादा बड़े नए चबूतरे के निर्माण, वर्ष 2013 की आपदा में कहर ढहाने वाली मंदाकिनी और सरस्वती नदियों पर बनाई जा रही सुरक्षा दीवारों समेत पुनर्निर्माण कार्यों के साथ केदारपुरी के चप्पे-चप्पे का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर के ठीक सामने दिव्यांगों के लिए अलग पैदल मार्ग बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा से ध्वस्त हुए गरुड़ चट्टी, गौरीकुंड-रामबाड़ा वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश भी दिए थे। अब 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर प्रधानमंत्री वहां पहुंचेंगे।