कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत पर खर्च हुए 80 लाख रुपये का भुगतान राज्य सरकार करेगी। पीएम मोदी पिछले साल अप्रैल में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मैसुरु आए थे। मंत्री के कार्यालय ने बयान में कहा कि परंपरा है कि जब प्रधानमंत्री आते हैं तो उनकी मेजबानी की जाती है।
कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत पर खर्च हुए 80 लाख रुपये का भुगतान राज्य सरकार करेगी। पीएम मोदी पिछले साल अप्रैल में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मैसुरु आए थे।
मंत्री के कार्यालय ने बयान में कहा कि परंपरा है कि जब प्रधानमंत्री आते हैं तो उनकी मेजबानी की जाती है। प्रधानमंत्री ने ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर मैसुरु-बांदीपुर का दौरा किया था।
केंद्र ने तीन करोड़ खर्च करने की योजना बनाई थी
उस समय कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के कारण, आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से राज्य सरकार कार्यक्रम (प्रोजेक्ट टाइगर) की योजना में शामिल नहीं थी। इसलिए यह पूरी तरह से केंद्र सरकार का कार्यक्रम था। केंद्र ने लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई थी।
बाद में खर्च बढ़कर 6.33 करोड़ रुपये हो गया
यह खर्च बढ़कर लगभग 6.33 करोड़ रुपये हो गया। लेकिन शेष 3.3 करोड़ रुपये राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से मिलने हैं। राज्य सरकार के वन विभाग ने उन्हें (प्राधिकरण) पत्र लिखा था। उन्होंने बताया कि होटल बिल (80 लाख रुपये) की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार करे। हमने प्रतिपूर्ति करने का फैसला किया है। इसमें कोई दिक्कत नहीं है।