शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि हमारे प्रधानमंत्री की ये जो डिग्री हैलोग कहते हैं कि यह बोगस हैलेकिन मैं मानता हूं कि Entire Political Scienceशोध विषय पर ये ऐतिहासिक व क्रांतिकारी डिग्री है। इसे नए संसद भवन के मुख्यद्वार पर फ्रेम करके लटकाना चाहिए।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में सूचित करने के लिए आगे आना चाहिए। राज्यसभा सांसद राउत ने सोमवार सुबह-सुबह ट्वीट करते हुए पीएम मोदी की डिग्री को फ्रेम करके नए संसद भवन के मुख्य दरवाजे पर लटकाने की सलाह भी दी है।
राउत ने अपने तंज भरे ट्वीट में कहा है कि कुछ लोग पीएम मोदी की डिग्री को फर्जी बता रहे हैं। पर मुझे विश्वास है कि एंटायर पॉलिटिकल साइंस में डिग्री ऐतिहासिक और कांतिकारी है! इसे हमारे नए संसद भवन के मेन प्रवेश द्वार पर फ्रेम करके लटका देना चाहिए ताकि लोग इसे लेकर शक करना बंद कर दें!
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि संसद भवन के प्रवेश द्वार पर पीएम की डिग्री प्रदर्शित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसदों और देश को उनकी शैक्षिक योग्यता के बारे में पता होना चाहिए।
राउत ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की, तीन दिन पहले गुजरात उच्च न्यायालय ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के एक आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पीएम मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कहा गया था।
राउत ने कहा, ‘अगर देश के राष्ट्रपति, हाई कोर्ट/सुप्रीम कोर्ट के जज या हमारी शैक्षिक डिग्री की मांग की जा सकती है, तो प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता को क्यों छुपाया जाए? मुझे लगता है कि पीएम मोदी को आगे आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए।’
कोर्ट ने केजरीवाल पर लगाया 25000 का जुर्माना
गुजरात यूनिवर्सिटी ने सीआईसी के आदेश को गुजरात हाई कोर्ट में चुनौती दी, तब हाई कोर्ट ने सीआईसी के निर्देश पर रोक लगा दी थी। अब शुक्रवार को हाई कोर्ट ने सीआईसी के आदेश को खारिज करते हुए यूनिवर्सिटी को डिग्री से संबंधित जानकारी देने से मना कर दिया और केजरीवाल पर 25000 रुपए का जुर्माना लगा दिया।