भारत-अमेरिका रक्षा सौदों को लेकर पाकिस्तान ने कहा है कि अमेरिका से भारत को मिल रहे हथियार वैश्विक शांति के लिए खतरा हैं। फिलहाल पाकिस्तान के राष्ट्रपति तुर्की में हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को भारत आ रहे हैं। पाकिस्तान ने भारत की ओर से कार्रवाई की यह आशंका पुलवामा हमले की वर्षगांठ पर जताई है।
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एक तरफ तुर्की के राष्ट्रपति पाकिस्तान में हैं और दूसरी तरफ 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आने वाले हैं। ऐसे में पुलवामा हमले की वर्षगांठ पर पाक ने एक बार फिर नया पैंतरा चला और कश्मीर को लेकर भारत द्वारा पाक पर हमले का खौफ जताया है। पाक ने आशंका जताई है कि अगले कुछ दिनों में भारत की तरफ से कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आएशा फारूकी ने कहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को डर है कि तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोऑन के इस्लामाबाद दौरे के बीच भारत कोई गैर जिम्मेदाराना कार्रवाई कर सकता है। फारूकी ने गीदड़ भभकी देते हुए यह भी कहा कि आने वाले दिनों में भारत की ओर की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का पाकिस्तान प्रभावी तरीके से जवाब देने को तैयार है।
फारूकी ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर पाक को तुर्की का समर्थन हासिल है, इसलिए भारत चिढ़ा हुआ है। फारूकी ने यह आशंका भी जताई कि अमेरिका से भारत को लगातार हथियार मिल रहे हैं। इसका इस्तेमाल वह पाक के खिलाफ कर सकता है। पाक ने आरोप लगाया कि इससे दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ बढ़ेगी। उसने भारत-अमेरिका में 1.9 अरब डॉलर के एयर डिफेंस सिस्टम की मंजूरी को भी वैश्विक शांति के लिए खतरा बताया।
तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोऑन ने पाकिस्तानी संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए भारत विरोधी रुख अपनाया। उन्होंने कहा, तुर्की का पाक को बेशर्त समर्थन मिलेगा, साथ ही कश्मीर और एफएटीएफ के मुद्दे पर भी उसका पाकिस्तान को समर्थन वाला रुख जारी रहेगा। एर्दोऑन का पूरा भाषण इस्लाम और मुसलमानों के इर्द गिर्द घूमता रहा। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर हो रहे जुल्म पर वे चुप नहीं रहेंगे।
एर्दोऑन ने कहा, जमीन पर खींची हुई सीमा इस्लाम के अनुयायियों को बांट नहीं सकती है। तुर्की के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताकर इमरान को खुश किया और कहा, आपका दर्द मेरा दर्द है। एर्दोऑन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर भी हमलावर होते हुए कहा कि मध्य-पूर्व में अमेरिकी शांति योजना गलत है। उन्होंने कहा, मुसलमानों के मारे जाने पर मुस्लिम देशों को एकजुट होना चाहिए।
पाक पीएम इमरान खान की कार ड्राइविंग पर सोशल मीडिया में खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। इस मजाक में पाकिस्तानी यूजर भी शामिल हैं। दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोऑन जब इस्लामाबाद पहुंचे तो इमरान खुद नूर खान एयरबेस पर उन्हें रिसीव करने पहुंचे। यहां गार्ड ऑफ ऑनर के बाद लोग उस वक्त चौंक गए जब इमरान ने खुद ही उनकी गाड़ी चलाने का फैसला किया। इमरान ड्राइविंग सीट पर बैठे और एर्दोऑन को लेकर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के घर पहुंचे। इस पर पाक पत्रकार लायना इनायत ने ट्वीट किया कि इमरान को धंधा बदल लेना चाहिए क्योंकि वह अच्छे चालक हो सकते हैं।