नई दिल्ली पाकिस्तान से पहले चीन के टुकड़े होने के आसार बनने लगे हैं। सबसे पहले बारी ताईवान और तिब्बत की है।
ऐसा समझा जा रहा है कि अमेरिका ने ताईवान को स्वंभू राष्ट्र के दर्जे को स्वीकार करने का मन बना लिया है। अमेरिका का निर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प का कहना है कि ज़रूरी नहीं है वो अखंड चीन की नीति को बरकरार रखें। ट्रम्प ने बीजिंग के कड़े विरोध की संभावना के बावजूद, ताइवान को चीन का हिस्सा मानने की अमरीका की क़रीब चार दशक पुरानी पॉलेसी पर सवाल उठाया है।
ताइवान का भविष्य चीन के लिए एक संवेदनशील मामला माना जाता है और बीजिंग ताइवान को अपना एक राज्य और अटूट भाग मानता है।
1979 में वाशिंगटन और बीजिंग के बीच कूटनीतिक संबंधों के बाद, वाशिंगटन के उच्च अधिकारियों ने ताइवान के साथ सीधा संपर्क बंद कर दिया था, लेकिन कुछ दिन पहले ट्रंप ने ताईवान के राष्ट्रपति के साथ सीधी बात-चीत की थी।
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