पाकिस्तान ने एक बार फिर किसी देश को नष्ट करने की धमकी दी है. पाक आर्मी के एक सीनियर कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान इजरायल को 12 मिनट में नष्ट करने में सक्षम है. एडब्ल्यूडी न्यूज ने ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी के चेयरमैन जनरल जुबैर महमूद हयात का बयान प्रकाशित किया है. जनरल हयात ने कहा, ”अगर इजरायल हमारी जमीन पर आक्रमण करने की कोशिश करता है, तो हम 12 मिनट से कम समय में जियोनिस्ट शासन को उखाड़ फेकेंगे’.
जनरल महमूद हयात ने ऑन रिकॉर्ड ये भी कहा कि वह यहूदी विरोधी नहीं थे और इस बात को स्वीकार करते हैं कि पाकिस्तान को इधर- उधर करने के बजाय पहले खुद को बदलना होगा बजाय इसके के दूसरे देश क्या सोचते हैं.
मानवाधिकारों की लड़ाई
जनरल ने फिलिस्तीनियों के पक्ष पर बात करते हुए कहा कि वह इस बात से सहमत नहीं है कि यहूदी हमारे दुश्मन हैं. जियोनिज्म और जुडिनिज्म दोनों बहुत ही अलग मत हैं. चीजों को सरल करके देखना चाहिए. सभी अद्वैतवादी मान्यताएं एक ही निर्माता से हैं. जो ये बताता है कि धर्म पर लड़ाई व्यर्थ हैं. घृणा से घृणा ही बढ़ेगी. ये मानवाधिकारों की लड़ाई है और जिसे हर किसी को इसकी रक्षा करने का हक है.
पाक का दामन दागदार
जनरल महमूद हयात ने कहा कि जब मानवाधिकारों की बात की जाए तो पाकिस्तान की स्लेट खुद ही दागदार है. लेकिन इससे इजरायल के साथ किसी अलायंस के नजदीक नहीं होंगे. उन्होंने पाकिस्तान की बाहरी छवि को सुधारने पर कहा कि हमें सबसे पहले अपने अंदर के बदलाव पर फोकस करना होगा इसके बाद हम चिंता करें कि दूसरों के बीच हमारी छवि क्या है. जनरल हयात का ये इंटरव्यू को the muslimcouncil.org.hk वेबसाइट ने एडब्लयूडी न्यूज के हवाले से दिया है.
जनरल महमूद हयात ने ऐतिहासिक रूप समझाया कि इजरायल का हमेशा से पाकिस्तान से भरोसा नहीं रहा है. उन्होंने द जेविस क्रोनिकल के 1967 में प्रकाशित एक आर्टिकल में इजरायल के संस्थापक डेविड बेन गुरियन के बयान को उल्लेख किया है, जिसमें गुरियन ने कहा था, ” विश्व यदूदी आंदोलन को पाकिस्तान के खतरे को नजरंदाज नहीं करना चाहए. और पाकिस्तान अब उसका पहल निशाना होना चाहिए. इस देश की विचारधारा हमारे अस्तित्व के लिए एक खतरा है. पाकिस्तान के पूरे पाकिस्तानी यहूदियों से घृणा और अरबों को प्यार करते हैं. यह अरबों का प्रेमी हमारे लिए अरबों से भी अधिक खतरनाक है. इस मामले में जियोनिज्म दुनिया के लिए ये सबसे महत्वपूर्ण है कि अब पाकिस्तान के खिलाफ तुरंत कदम उठाना चाहिए.
विवादित उदाहरण
बेन गुरियन ने लिखा है कि भारतीय प्रायद्वीप के निवासी हिंदुओं के दिलों में मुस्लिमों के प्रति घृणा भरी हुई है. इसलिए पाकिस्तान के खिलाफ काम करने के लिए भारत हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बेस है. यह आवश्यक है कि हम इस बेस का दोहन करें और सभी छद्म और सीक्रेट प्लान से हमला करके यहदियों और जिओनिज्म के दुश्मन पाकिस्तान को कुचल दें. इस चर्चित बयान का कभी भी परीक्षण नहीं किया गया और बहुत से इजरायली संस्थानों में इसकी सत्यता को लेकर विवाद है. उन्होंने कहा कि हालाकि, ये सर्वज्ञात है कि पाकिस्तान ने इजरायल का कभी पक्ष नहीं लिया.
इजरायल की हकीकत अलग
पाकिस्तानी जनरल ने कहा कि मैंने फिलिस्तीनी- इजरायली संघर्ष को लेकर कई सालों से कई तरह के तर्क सुने हैं. लेकिन जिस बिंदु पर ध्यान देने की जरूरत है वह है ” मनावाधिकारों का उल्लंघन की खाई. इसके बावजूज इजरायल अतंरराष्ट्रीय समुदाय के सामने खुद को स्वतंत्रता के स्तंभ के तौर पर पेश करता है. पाकिस्तानी जनरल ने कहा, ” इजरायल आपको विश्वास दिलाएगा कि सभी फिलिस्तीनी आतंकवादी हैं और वह केवल सुसाइड बमर्स और इस्लामी चरमपंथियों से अपने नागरिकों को बचा रहा है. यद्यपि हकीकत बहुत अलग है.
इजरायल स्वीकार नहीं
जनरल महमूद हयात से जब पूछा गया कि क्या पाकिस्तान इजरायल को एक देश की मान्यता देगा जब मिस्र और जॉर्डन पहले ही रिकॉग्नाइज कर चुके हैं. इस पर जनरल ने कहा, मुझे न कहना पड़ेगा, इसलिए नहीं कि मुस्लिम बनाम यहूदी की बहस या इस्लाम में सबसे तीसरी पवित्र स्थल अल अक्सा मजिस्द से जुड़े लोगों में से होने के कारण, बल्कि मानवीय आधार पर.”
फिलिस्तीनियों को नष्ट करने में जुटी यहूदी सत्ता
पाकिस्तानी जनरल ने कहा कि हम अपने नामों को फिलिस्तनी लोगों की जातीय रूप नष्ट करने वाली एक नस्लीय शासन के कदम का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते हैं. हमें अपने समय के सबसे जटिल संघर्षों में से एक में शांति के लिए दबाव डालना चाहिए साथ ही इजरायल को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, जिसमें संयुक्त राष्ट्र बार-बार विफल रहता है