नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरन्द्र मोदी अफ्रीकी देशों के साथ आपसी संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने के मकसद से चार दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को निकल रहे हैं। वह मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और केन्या के दौरे पर जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि 7 जुलाई से 11 जुलाई के बीच होनेवाले प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे में वे सबसे पहले मोजाम्बिक जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का यह अफ्रीकी देश का पहला दौरा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एक लंबे अंतराल के बाद भारतीय प्रधानमंत्री का यह दौरा हो रहा है। भारतीय पीएम का मोजाम्बिक दौरा 34 सालों के बाद हो रहा है जबकि केन्या दौरा 35 साल बाद और दक्षिण अफ्रीका का दौरा 10 वर्षों के बाद किया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय में सचिव (ईआर) अमर सिन्हा ने बताया कि हम ऐसी उम्मीद करते हैं कि मोजाम्बिक सरकार से दाल की खरीद पर दोनों देशों के बीच ज्ञापन समझौता हो सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सभी चारों अफ्रीकी देशों में वहां के अप्रवासी भारतीयों से मिलेंगे जबकि जॉहान्सबर्ग और केन्या में बड़ी तादाद में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री का अफ्रीकी देशों का दौरा
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा था कि प्रधानमंत्री का अफ्रीकी देशों का दौरा इस बात को जाहिर करता है कि कैसे भारत अपने अफ्रीकन साझेदारों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत देने के इच्छुक है।
स्वरूप ने कहा था कि सबसे पहले सात जुलाई को मोजाम्बिक पहुंचकर मोदी वहां के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से कई मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। जबकि, आठ और नौ जुलाई को मोदी दक्षिण अफ्रीका में रहकर वहां के राष्ट्रपति जैकब जुमा और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे और भारत के साथ उसके एतिहासिक संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने की कोशिश करेंगे। उसके बाद मोदी जोहान्सबर्ग, पीटरमरित्जबर्ग और डरबन भी जा सकते हैं।
स्वरूप ने बताया कि 10 जुलाई को पीएम मोदी तंजानिया में वहां के राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मगुफुली से बैठक करेंगे। तो वहीं यात्रा के आखिर में केन्या पहुंचकर 11 जुलाई को वहां के राष्ट्रपति उहुरू केन्याटा से द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
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