महात्मा गांधी जी, जिनकी 150वीं जयंती मनाई जा रही है। पूरे विश्व में उनका डंका अहिंसा के उनके विचारों के कारण बजता है। उन्हें अहिंसा का यह सूत्र कहां से मिला जैन समाज से मिला। बंगाल पवित्र भूमि है। यहां हिंसा नहीं होनी चाहिए, विवाद नहीं होना चाहिए। यहां केवल प्रेम होना चाहिए और मैं यही कामना करता हूं। आज पूरी दुनिया खंडित है, समाज खंडित है, परिवार खंडित है क्योंकि अहिंसा का पालन कोई नहीं करता।
उक्त बातें राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कही। वह सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव समिति के आह्वान पर हावड़ा के गुलमोहर मैदान में आयोजित जैन समाज के एक धार्मिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने जैन समाज के जनकल्याणकारी कार्यों व उनके अहिंसक विचारों की प्रशंसा की।
गौरतलब है कि ट्वीट पर मुख्यमंत्री पर निशाना साधने के बाद बुधवार को ही एक संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल सरकार के जंग जैसी कोई स्थिति में वह नहीं हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य राज्य में जनसेवा है। हालांकि इसके तुरंत बाद वह यह कहना भी नहीं भूले कि राज्य में विश्वविद्यालयों को संचालन जैसा होना चाहिए, वैसा नहीं हो रहा है।
बुधवार को मर्चेट्स चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआइ) द्वारा आयोजित एक शिक्षा फोरम में अपनी बात रखते हुए राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि फिलहाल राज्य सरकार के साथ लड़ाई जैसी कोई स्थिति नहीं है। मैं यहां राज्य के लोगों की सेवा के लिए आया हूं।