पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि वो इस बार नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच जारी राजनीतिक जंग को लेकर ममता के इस ऐलान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. इससे पहले ममता बनर्जी भवानीपुर से चुनाव लड़ती आई हैं.
पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है और राजनीतिक जंग जारी है. सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में चुनावी सभा की, यहां उनके निशाने पर भारतीय जनता पार्टी रही.
ममता बनर्जी की ओर से नंदीग्राम में एक चुनावी सभा में ही इसी का ऐलान किया गया और कहा कि मैं चाहती हूं इस बार यहां से चुनाव लड़ूं. ममता ने मंच पर ही राज्य यूनिट की अध्यक्ष से ये अपील की और तुरंत ही वहां फैसला हो गया. ममता बनर्जी ने कहा कि इस बार भी बंगाल में टीएमसी की सरकार बनेगी और टीएमसी को 200 से अधिक सीटें मिलेंगी.
ममता बनर्जी ने यहां टीएमसी से बीजेपी में गए शुभेंदु अधिकारी पर भी तंज कसा और कहा कि नंदीग्राम का आंदोलन किसने किया, इसपर उन्हें किसी से ज्ञान लेने की जरूरत नहीं है. आज किसान भी आंदोलन कर रहे हैं और बीजेपी को तीनों कृषि कानून तुरंत वापस लेने चाहिए.
टीएमसी के कई नेता बीते दिनों में पार्टी छोड़ बीजेपी की ओर गए हैं, इसपर ममता बनर्जी ने रैली में तंज कसा. ममता बोलीं कि बीजेपी की ओर से पैसों का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसी वजह से आज कई लोग उनकी तरफ जा रहे हैं. बीजेपी की ओर से कुछ लोगों को दिल्ली से ही डराया जा रहा है, ताकि उनका पलड़ा भारी हो सके.
गौरतलब है कि बीजेपी की ओर से लगातार टीएमसी में सेंधमारी करने का काम किया जा रहा है. शुभेंदु अधिकारी भी इसी इलाके से आते हैं, ऐसे में अब ममता बनर्जी ने ये ऐलान कर बीजेपी की काट कर दी है.