पटना जिले में अधिकारियों द्वारा भ्रमण के दौरान और प्राप्त शिकायतों के आधार पर पराली जलाने के मामले की जांच कराई गई। इसमें 9 प्रखंडों के 98 किसान दोषी पाए गए। सभी दोषी किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसमें कृषि से जुड़ी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाएगा और उनका लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है।
प्रमुख रूप से मसौढ़ी में 19 धनरूआ में 17 और बेलछी में 28 किसानों के खिलाफ पराली जलाने के कारण कार्रवाई की गई है। ऐसे सभी किसानों को कृषि विभाग एवं सहकारिता विभाग की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही उनका निबंधन भी अवरुद्ध किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पर्यावरण संरक्षण तथा मिट्टी की उर्वरता एवं फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को पराली नहीं जलाने तथा उसका समुचित प्रबंधन करने को कहा है। इसके लिए जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को भ्रमणशील रहने तथा अनुमंडल पदाधिकारी को निगरानी करने का निर्देश दिया है। पराली जलाने वालों के विरुद्ध जांच अभियान लगातार जारी रहेगा तथा पकड़े जाने पर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।