पंजाब सरकार ने अब आम लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा जारी करते हुए ईजी रजिस्ट्री नामक देश की पहली पारदर्शी संपत्ति रजिस्ट्रेशन प्रणाली की शुरूआत कर दी है। अब जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री करवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। अब चाहवान सभी लोग घर बैठे ही केवल 48 घंटों में यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
स्थानीय सब-तहसील में पहली ऑनलाइन ईजी रजिस्ट्री करते हुए नायब तहसीलदार गुरप्रीत सिंह ने बताया कि ईजी रजिस्ट्री प्रणाली से सब-रजिस्ट्रार के एकाधिकार को खत्म कर दिया गया है। अब किसी भी सब-रजिस्ट्रार दफ्तर या घर ही ऑनलाइन रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि अब आम लोगों को दफ्तरों में परेशान नहीं होना होगा और न ही एजंटों या बिचौलियों का सामना करना होगा क्योंकि अब शुरू से लेकर अंत तक हर जानकारी मोबाइल पर मिला करेगी और यह प्रणाली तेज और पारदर्शी होगी।
घर बैठ कर अगर जरूरत हो तो हेल्पलाइन नंबरों के जरिए सहायक को घर ही बुलाया जा सकता है। इससे ग्रामीण परिवारों, वरिष्ठ नागरिकों, कामकाजी पेशेवरों और उन लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी जो बाहर नहीं जा सकते। नई व्यवस्था के तहत, लोगों को रजिस्ट्री के लिए दस्तावेज जमा करने, मंजूरी लेने, भुगतान करने और कार्यालय आने-जाने के समय की पल-पल की जानकारी व्हाट्सएप के जरिए मिलेगी।
उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री फीस के भुगतान के लिए बैंकों की ओर भागना नहीं होगा। बल्कि ऑनलाइन भुगतान के लिए एक विशेष गेटवे नागरिकों को डिजिटल लेनदेन की सारी फीसें जैसे स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करने की आज्ञा देता है। उन्होंने बताया कि अगर किसी को रजिस्ट्री से जुड़ी कोई शिकायत है, तो व्हाट्सएप के जरिए शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ की गई कार्रवाई की ताजा जानकारी व्हाट्सएप के जरिए मिलती रहेगी। इस मौके पर नायब तहसीलदार गुरप्रीत सिंह के साथ एएसएम जसवंत सिंह, टीए अमित कुमार, इजी रजिस्ट्री स्टाफ सुख सिंह और धर्मेंद्र सिंह भी मौजूद थे।