तरनतारन/अमृतसर। राजस्थान में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर विक्की गौंडर और प्रेमा लाहौरिया को शरण देने के आरोप में चंड़ीगढ़ से आई विशेष टीम ने खालसा कॉलेज अमृतसर छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अमृतपाल बाठ और उसके साथी लवप्रीत सिंह नागोके को गिरफ्तार किया। वहीं करीब 12 लोगों को हिरासत में लिया है। बाठ और लवप्रीत पर गैंगस्टर्स को पनाह देने का आरोप है। उन पर धारा 212, 216 व 120 बी (गैंगस्टर को पनाह देने व षड्यंत्र रचने) के तहत केस दर्ज किया गया है।
गांव मियांपुर निवासी अमृतपाल सिंह बाठ के खिलाफ ब्लॉक समिति के चुनाव में सरपंच मनीश कुमार मोनू चीमा पर हमला करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में अमृतपाल भगोड़ा घोषित किया गया था। इस मामले में वह जमानत पर था। अमृतपाल को उसकी बहन राजबीर कौर के घर से शनिवार की रात को हिरासत में लिया गया। लवप्रीत सिंह नागोके व अमृतपाल सिंह बाठ के अलावा उसकी बहन राजबीर कौर व पिता सतनाम सिंह को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया।
पकड़े गए आरोपियों की बहन राजबीर कौर व पिता सतनाम सिंह ने पुलिस पर अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा पुलिस उनके घर रात करीब 1:30 बजे दबिश दी। पुलिस के साथ कोई महिला कांस्टेबल भी नहीं थे। तरनतारन के वैरोंवाल के गांव नागोके निवासी लवप्रीत सिंह के खिलाफ पहले भी गैंगस्टर्स को पनाह देने की शिकायतें दर्ज थीं।
पुलिस के अनुसार दोनों गैंगस्टर्स अमृतपाल व लवप्रीत के संपर्क में रहे हैं। खुफिया विभाग के डीएसपी अश्विनी कुमार ने बताया कि चंड़ीगढ़ और अमृतसर की संयुक्त टीम ने बाठ को हिरासत लिया है। बाठ व लवप्रीत से सारा दिन पूछताछ की गई। पुलिस ने मियांपुर व मियांविंड गांव से दर्जनभर संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है।