जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने आतंकी लखबीर सिंह के तीन गुर्गों को हथियार समेत दबोचा है। आतंकी लखबीर सिंह कनाडा में छिपा है। वह पंजाब के तरनतारन जिले के हरिके गांव का रहने वाला है।
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक अन्य खुफिया ऑपरेशन में आतंकी लखबीर सिंह लंडा के अंतरराज्यीय हथियार तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 17 हथियार और 33 मैगजीन बरामद की हैं। सभी आरोपी मध्य प्रदेश से हथियार लेकर आते थे और यहां महंगे भाव में बेचते थे।
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने कहा कि यह बहुत विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर सात दिनों तक चलने वाला ऑपरेशन था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए जाल बिछाया था जिसके तहत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी पहचान कुणाल, गुरलाल और परवेज के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि कुणाल फिरोजपुर का रहने वाला है और उस पर आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास और मादक पदार्थों की तस्करी के सात मामले चल रहे हैं। इसी तरह गुरलाल और परवेज पट्टी के रहने वाले चचेरे भाई हैं और उनकी उम्र लगभग 20 साल के करीब है।
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि हथियारों की आपूर्ति मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी कुणाल ने की थी। गिरफ्तार गुरलाल का भाई शरणजीत, जो इस समय जेल में है, अमेरिका स्थित गैंगस्टर गुरदेव गिल और लखबीर सिंह का करीबी है, जो जबरन वसूली और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं। स्वप्न शर्मा ने कहा कि लखबीर और गिल इस रैकेट के संचालक हैं और उन्होंने कहा कि इंदौर के कुणाल को हवाला चैनल के माध्यम से हथियार खरीदने के लिए पैसे दिए थे।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने .32 बोर की 12 पिस्तौल, 5.34 बोर की पांच पिस्तौल, 33 मैगजीन और 20 कारतूस बरामद किए हैं। ये हथियार तरनतारन और फिरोजपुर जिलों में विभिन्न स्थानों से जब्त किए गए थे और ये हथियार मोगा, फिरोजपुर और तरनतारन जिलों में फैले लखबीर के साथियों के लिए थे। सीपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि मामले की आगे की जांच की जा रही है और अन्य विवरण बाद में साझा किया जाएगा।
कौन है लखबीर सिंह
आतंकी लखबीर सिंह लंडा पंजाब में आरपीजी हमले का मास्टरमाइंड है। पंजाब के तरनतारन जिले के हरिके गांव का रहने वाला लखबीर फिलहाल कनाडा के एडमॉन्टन, अलबर्टा में छिपा है। एनआईए ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 121, 121ए और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) 1967 की धारा 17, 18, 18-बी और 38 के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज किया था। लखबीर सिंह 2017 में हत्या, हत्या के प्रयास और एनडीपीएस में नामजद होने के बाद कनाडा भाग गया था। 2021 में अमृतसर के पट्टी में दो अकाली कार्यकर्ताओं की हत्या में उसका नाम आया था। पंजाब के मोहाली और तरनतारन में आरपीजी अटैक का लखबीर मास्टरमाइंड है।