पंचायत चुनाव से पहले जिला पंचायत बोर्ड ने ग्रामीण व्यापारियों पर दरियादिली दिखाई है। बोर्ड ने 10 सालों से लंबित चल रहे करोड़ों रुपये के टैक्स को एक झटके में माफ करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके पीछे सदस्यों की एकजुटता सीधे चुनावी लाभ लेने के रूप में देखी जा रही है। बैठक में व्यापारियों के हित में यह निर्णय लेने की बात कही गई।
जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह ने ग्रामीण व्यापारियों पर बकाया चल रहे करोड़ों रुपये के टैक्स माफी पर सहमति का प्रस्ताव सदन में रखा। जिस पर सदन ने एक स्वर में सहमति दे दी। इसके अलावा वर्ष 2018-19 में लगाए गए नए टैक्स पर भेजे गए नोटिस पर भी एक मौका सुनवाई को देने का निर्णय लिया गया। बोर्ड ने कई सालों से उपनल के जरिये काम करने वाले कर्मचारियों को संविदा पर रखने का प्रस्ताव भी पारित किया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह ने कहा कि पंचायत की जमीन और अन्य संपत्ति को सरकार और प्रशासन बिना क्षतिपूर्ति के अधिग्रहण करने का प्रयास करते हैं, इसका विरोध करते हुए भविष्य में जमीन के जमीन या फिर बाजार दर पर भुगतान किया जाए। ताकि जिला पंचायत संपत्ति के बदले दूसरी संपत्ति बना सके। इस प्रस्ताव पर भी सदस्यों ने मुहर लगा दी। बैठक में रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, जिला पंचायत के एएमई राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी, उपाध्यक्ष डबल सिंह भंडारी, सदस्य सूरत सिंह, टीना सिंह, बबिता नेगी, मंजू डोभाल, मेक सिंह, दिनेश कुमार, रमेश चंद्र, राजेंद्र सिंह, आदि मौजूद रहे।
विदाई बैठक जल्द
जिला पंचायत से नगर निगम में शामिल हुए नौ सदस्य इस बोर्ड बैठक से बाहर हो गए। अब 43 में से 34 सदस्य रह गए हैं। ऐसे में नगर निगम में शामिल हुए पंचायत सदस्यों को विदाई पार्टी दी जाएगी। इसके लिए जल्द विदाई बैठक आयेाजित की जाएगी।
सभागार की हुई खूब तारीफ
जिला पंचायत ने कई सालों बाद भव्य और आधुनिक सुविधायुक्त सभागार बनाया है। सभागार की हर किसी ने तारीफ की। कहा कि पंचायत के लिए यह काम अनूठा होगा। ऐसे काम भविष्य में किए जाने की जरूरत है।