हाल ही में भयंकर समुद्री तूफान के कारण यमन के नजदीक सोकोत्रा द्वीप में करीब 50 भारतीय नागरिक फंस गए थे। एेसे में भारतीय नौसेना ने बीते शनिवार को  एक आॅपरेशन चलाते हुए 38 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया। हालांकि अभी भी 12 लोग अभी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।  दस दिनों से इस सोकोत्रा द्वीप में  में फंसे इन 38 भारतीयों ने बताया कि वहां पर उनके लिए पानी और खाने का संकट था। वह किसी तरह से अपने देश वापस आना चाहते थे। वहीं नौसेना के चलाए गए इस आॅपरेशन को लेकर  नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा का कहना है कि इस बचाव अभियान को ऑपरेशन निस्तर का नाम दिया गया है।  24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे नौसेना ने शनिवार को अदन की खाड़ी के नजदीक मौजूद अपने युद्धपोत आइएनएस सुनयना को सोकोत्रा द्वीप की ओर रवाना किया था।एेसे में युद्धपोत रविवार सुबह द्वीप के तट पर जा पहुंचा। इसके बाद युद्धपोत आइएनएस सुनयना  38 भारतीयों को वापस लाने के लिए रवाना हुआ। इस दौरान इन भारतीयों को टेलीफोन के माध्यम से उनके परिजनों से बात करार्इ गर्इ। सभी के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी। प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने यह भी बताया कि ये सभी  तीन नावों में सवार थे। इन दौरान नौसेना ने सूचना मिलने पर 28 और 29 मई को उनकी तलाश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली थी। बता दें कि 24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे।

नौसेना यमन में फंसे 38 भारतीयों को लार्इ वापस, 12 की अभी भी हो रही तलाश

हाल ही में भयंकर समुद्री तूफान के कारण यमन के नजदीक सोकोत्रा द्वीप में करीब 50 भारतीय नागरिक फंस गए थे। एेसे में भारतीय नौसेना ने बीते शनिवार को  एक आॅपरेशन चलाते हुए 38 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया। हालांकि अभी भी 12 लोग अभी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।  दस दिनों से इस सोकोत्रा द्वीप में  में फंसे इन 38 भारतीयों ने बताया कि वहां पर उनके लिए पानी और खाने का संकट था। वह किसी तरह से अपने देश वापस आना चाहते थे। वहीं नौसेना के चलाए गए इस आॅपरेशन को लेकर  नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा का कहना है कि इस बचाव अभियान को ऑपरेशन निस्तर का नाम दिया गया है। हाल ही में भयंकर समुद्री तूफान के कारण यमन के नजदीक सोकोत्रा द्वीप में करीब 50 भारतीय नागरिक फंस गए थे। एेसे में भारतीय नौसेना ने बीते शनिवार को  एक आॅपरेशन चलाते हुए 38 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया। हालांकि अभी भी 12 लोग अभी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।  दस दिनों से इस सोकोत्रा द्वीप में  में फंसे इन 38 भारतीयों ने बताया कि वहां पर उनके लिए पानी और खाने का संकट था। वह किसी तरह से अपने देश वापस आना चाहते थे। वहीं नौसेना के चलाए गए इस आॅपरेशन को लेकर  नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा का कहना है कि इस बचाव अभियान को ऑपरेशन निस्तर का नाम दिया गया है।   24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे नौसेना ने शनिवार को अदन की खाड़ी के नजदीक मौजूद अपने युद्धपोत आइएनएस सुनयना को सोकोत्रा द्वीप की ओर रवाना किया था।एेसे में युद्धपोत रविवार सुबह द्वीप के तट पर जा पहुंचा। इसके बाद युद्धपोत आइएनएस सुनयना  38 भारतीयों को वापस लाने के लिए रवाना हुआ। इस दौरान इन भारतीयों को टेलीफोन के माध्यम से उनके परिजनों से बात करार्इ गर्इ। सभी के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी। प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने यह भी बताया कि ये सभी  तीन नावों में सवार थे। इन दौरान नौसेना ने सूचना मिलने पर 28 और 29 मई को उनकी तलाश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली थी। बता दें कि 24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे।
24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे

नौसेना ने शनिवार को अदन की खाड़ी के नजदीक मौजूद अपने युद्धपोत आइएनएस सुनयना को सोकोत्रा द्वीप की ओर रवाना किया था।एेसे में युद्धपोत रविवार सुबह द्वीप के तट पर जा पहुंचा। इसके बाद युद्धपोत आइएनएस सुनयना  38 भारतीयों को वापस लाने के लिए रवाना हुआ। इस दौरान इन भारतीयों को टेलीफोन के माध्यम से उनके परिजनों से बात करार्इ गर्इ। सभी के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी। प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने यह भी बताया कि ये सभी  तीन नावों में सवार थे। इन दौरान नौसेना ने सूचना मिलने पर 28 और 29 मई को उनकी तलाश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली थी। बता दें कि 24 मई को समुद्री तूफान आने से ये भारतीय फंस गए थे।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com