नई दिल्ली नोट बंदी के कारण नकदी संकट झेल रहे लोगों ने फिजूलखर्ची पर इस कदर लगाम लगाई है कि शादी समारोह की भव्यता भी फीकी पड़ गई है। कुछ इस तरह ही शास्त्रीनगर बाग वाली कालोनी में भी एक शादी संपन्न हुई।
वर और वधु पक्ष ने चुनिंदा रिश्तेदारों के साथ स्व. रामचंद्र प्रधान समाधि स्थल पर बने महर्षि वेद विद्यापीठ में सादे अंदाज में शादी संपन्न कराई। इस दौरान दावत में वर और वधु पक्ष ने चाय की चुस्कियों का मजा लिया। बुलंदशहर निवासी दीपक चौधरी फरीदाबाद में एक निजी अस्पताल में जॉब करते हैं।
उनके चाचा प्रमोद चौधरी का बिल्डिंग मैटेरियल का काम है। फरीदाबाद के नंद नगला गांव निवासी राजेंद्र चौधरी की भतीजी लतिका से प्रमोद ने अपने भतीजे दीपक की शादी के बात चलाई।
शादी पर होने वाले खर्चों की बात चली तो वधु पक्ष ने नोटबंदी के कारण इंतजाम न हो पाने की बात कही। वर पक्ष न भी यही हालात दोहराए। इसके बाद दोनों परिवारों ने सादे अंदाज में चाय की दावत के साथ शादी करने का निर्णय लिया। दोनों पक्षों के 12 रिश्तेदार शादी में शामिल हुए और वर-वधु को आशीर्वाद दिया।