नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 2024 के प्रश्न पत्र लीक मामले में बिहार में पटना की एक विशेष अदालत ने गिरफ्तार किए गए तीन अभियुक्तों को हिरासती पूछताछ के लिए 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने का आदेश दिया।
सीबीआई ने पटना से गिरफ्तार किए गए राजस्थान के भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा तथा एक सेटर शशिकांत पासवान को रविवार को विशेष प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी धनंजय पांडे के समक्ष उनके आवासीय कार्यालय पर पेश किया, जहां इन तीनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में लिया गया। उसके बाद सीबीआई ने अदालत के समक्ष एक आवेदन दाखिल कर इन तीनों अभियुक्तों से हिरासती पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर दिए जाने की प्रार्थना की। आवेदन स्वीकार करते हुए अदालत ने इन तीनों अभियुक्तों को 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर हिरासती पूछताछ के लिए सीबीआई को सौंपे जाने का आदेश दिया।
अभी तक करीब 35 लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार
गौरतलब है कि 05 मई को पूरे देश में नीट 2024 की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में पटना के शास्त्रीनगर थाना प्रभारी अमर कुमार ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और शास्त्रीनगर थाना कांड संख्या 358/2024 के रूप में एक प्राथमिकी दर्ज की। बाद में मामला आर्थिक अपराध ईकाई को सौंप दिया गया। उसके बाद प्रश्न पत्र लीक होने का मामला उजागर हुआ और केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। इसके बाद 23 जून 2024 को सीबीआई अपनी प्राथमिकी आर सी 224/ 2024 के रुप में भारतीय दंड विधान की धारा 120 बी, 406, 407, 408 और 409 के तहत दर्ज करने के बाद अनुसंधान कर रही है। अदालत में यह मामला आर सी 6 ई/ 2024 के रूप में दर्ज है। इस मामले में अभी तक करीब 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सीबीआई कई लोगों को अदालत की अनुमति से पुलिस रिमांड पर लेकर हिरासती पूछताछ कर रही है।