वाराणसी। निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है। आयोग के निर्देशन में आयोजित सर्टिफिकेट प्रोग्राम परीक्षा में जिले के एसडीएम, मजिस्ट्रेट समेत अन्य संबंधित अधिकारी निर्धारित से कम अंक पाने के कारण फेल घोषित कर दिए गए हैं। वाराणसी जिले के फेल हुए अधिकारियों की संख्या 31 है, जबकि वाराणसी मंडल में यह संख्या 68 है। अब मानक से कम अंक पाने वाले अधिकारियों की दोबारा 16 अगस्त को परीक्षा होगी। यह आखिरी मौका होगा।
निर्वाचन आयोग की ओर से 14 से 16 मई को सर्टिफिकेट प्रोगाम परीक्षा कराई गई थी। वाराणसी के साथ विंध्य और आजमगढ़ मंडल के लगभग चार सौ से अधिक अधिकारी परीक्षा में शामिल हुए। वाराणसी के 52 अधिकारी निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण व सहायक निर्वाचन अधिकारी परीक्षा में प्रतिभाग किए थे। इन 52 में से 31 अधिकारी मानक अनुरूप परिणाम पाने में विफल रहे।
70 फीसद था उत्तीर्ण अंक
निर्वाचन आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक पाने वाले अधिकारियों को ही पास करने का नियम बनाया था। भारी संख्या में अधिकारियों के फेल होने के कारण निर्वाचन आयोग को दोबारा परीक्षा करानी पड़ रही है। इस बार यह प्रशिक्षण/परीक्षा 16 अगस्त को होगी और इसका मूल्यांकन 17 अगस्त होगा।
हर विस क्षेत्र से तीन का प्रतिभाग
निर्वाचन दफ्तर के अनुसार मंडल के वाराणसी जिले को छोड़कर अन्य जिलों गाजीपुर, जौनपुर व चंदौली की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) व दो सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) परीक्षा में शामिल हुए थे।
विंध्य मंडल रहा फिसड्डी
सर्टिफिकेट प्रोग्राम की परीक्षा में विंध्य मंडल के सभी इआरओ व एइआरओ फेल हो गये हैं। इसमें ङ्क्षवध्याचल मंडल के 11 विधानसभा क्षेत्रों के कुल तीन इआरओ (रिटर्निंग आफिसर) व 11 एइआरओ (सहायक रिटर्निंग आफिसर) शामिल हुए थे। इनकी परीक्षा वाराणसी, इलाहाबाद व झांसी मंडल में संपन्न हुई थी।
26 व 27 अप्रैल को हुआ था प्रशिक्षण
प्रदेश के 16 मंडल मुख्यालयों पर 26 व 27 अप्रैल को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके बाद 14 व 16 मई को मूल्यांकन यानि सर्टिफिकेट प्रोग्राम परीक्षा का आयोजन किया गया था। आजमगढ़ मंडल में इस परीक्षा में 60 अधिकारी शामिल हुए थे जिसमें से 32 फेल हो गए। अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देने के निर्देश दिए गए हैं।