सोल। उत्तर कोरिया लगातार हथियारों के परीक्षण में लगा है। जहां इस देश ने हाईड्रोजन बम का परीक्षण किया वहीं ये मिसाईलों का परीक्षण भी कर रहा है। अब दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बढ़ने लगा है और परिस्थितियां युद्ध की बन रही हैं। युद्ध की संभावनाओं को देखते हुए अमेरिका ने दक्षिण कोरिया की सुरक्षा हेतु एंटी बैलिस्टिक मिसाईल सिस्टम की तैनाती कर दी है। इतना ही नंहीं उत्तर कोरिया भी आक्रामक रूख अपनाए हुए है।
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मिली जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया से प्रक्षेपित 4 मिसाईलें जापान में अमेरिकी सेना के अड्डे पर हमला करने हेतु प्रशिक्षण अभ्यास पर थीं। दरअसल उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने देश को हथियारों को लेकर अत्याधुनिक और शक्तिशाली बनाने में लगे रहे हैं। जापान में अमेरिका के सैन्य अड्डे पर हमले करने हेतु प्रशिक्षण अभ्यास किया गया था। किम जोंग उन ने इस अभ्यास का निरीक्षण किया था। जो मिसाईलें चलाई गई थीं उनमें से एक जापान के समीप जल क्षेत्र में गिरी थीं।
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यह एक आर्थिक क्षेत्र का भाग है। दरअसल जापान अमेरिका का सहयोगी है। जिसके चलते अमेरिका ने टोक्यो के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक आयोजित की थी। मिली जानकारी के अनुसार प्योंगयांग पर बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक के उपयोग के कारण रोक लगाई गई। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने पहला परमाणु परीक्षण वर्ष 2006 में किया था। इसके बाद यूएन ने उत्तर कोरिया पर अलग अलग प्रतिबंध जारी किए थे। हालांकि उत्तर कोरिया का मानना है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए हथियारों का परीक्षण करता है।