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नई दिल्ली.डीआरडीओ ने भारत में बनी थर्ड जेनरेशन एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) नाग का कामयाब टेस्ट किया। आर्म्ड फोर्स की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई इस मिसाइल ने शुक्रवार को दो अलग-अलग रेंज के टारगेट को हिट किया। हेलिकॉप्टर से जमीन पर 7 KM तक की रेंज में दुश्मन के टैंकों को तबाह करने की ताकत रखने वाली नाग मिसाइल को पूरी तरह से डीआरडीओ ने तैयार किया है। इसका वजह 43 किग्रा है। जल्द ही नाग को सेना के जंगी बेड़े में शामिल किया जाएगा। बता दें कि अचूक निशाने के चलते नाग को फायर एंड फॉरगेट (दागो और भूल जाओ) मिसाइल भी कहा जाता है।
जून में भी किए गए थे टेस्ट…
– 13 जून को नाग के अपग्रेड वर्जन प्रोसपीना मिसाइल का टेस्ट जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ था। तब मिसाइल ने तय वक्त में जमीन से जमीन पर 4 किलोमीटर दूर दुश्मन के डमी टारगेट को कामयाबी से तबाह कर दिया था।– डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया था कि दागो और भूल जाओ वाली नाग मिसाइल की कई खूबियां हैं, जिसमें इमेज के जरिए संकेत मिलने पर इसे दागने के बाद ये दुश्मन के टैंक का पीछा करते हुए उसे तबाह कर देगी। इसमें इमेजिंग इंफ्रारेड सीकर्स में और सुधार किया गया है।
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नाग मिसाइल की खासियतें
# वजन- 43 किलोग्राम# लंबाई- 1.85 मीटर# रेंज-आसमान से जमीन पर 7 और जमीन से जमीन पर 4 किलोमीटर– फोल्ड होने वाले खास तरह के 4 विंग भी इसमें मौजूद हैं।