मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) ने एक 34 वर्षीय शख्स को गिरफ्तार किया है. शख्स खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर मुंबई के एक जौहरी से 70 लाख रुपये ऐंठने की कोशिश कर रहा था.
पुणे के रहने वाले संतोष मिसल को सीआईयू अधिकारियों की एक टीम ने मुंबई के ट्राइडेंट होटल के पास से गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि उन्होंने उसके पास से दो नकली पहचान पत्र बरामद किए हैं. जिसमें से एक पहचान पत्र में दर्शाया गया है कि वह सीबीआई अधिकारी है. पहचान पत्र में उसकी तस्वीर थी और उनके नाम के रूप में संतोष मिसल दर्ज था. वहीं दूसरे पहचान पत्र में उसका नाम संदीप कुमार मीणा दर्ज था. दूसरे फर्जी पहचान पत्र में उसने खुद को महाराष्ट्र के एक मंत्री का निजी सचिव बताया हुआ था.
क्या है मामला?
शिकायतकर्ता कावेरी बाजार का ज्वैलर है. जिसे आरोपी ने धमकी देते हुए शुरुआत में पांच किलो सोना मांगा था. वहीं पुलिस ने इस मामले में बताया कि शिकायतकर्ता कारोबारी के देशभर में क्लाइंट है. इन्हीं क्लाइंट में से एक क्लाइंट हैदराबाद में भी है. पुलिस ने बताया कि हैदराबाद स्थित एक क्लाइंट के दो भतीजों को नोटबंदी के वक्त साल 2016 में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.
वहीं पिछले साल शिकायतकर्ता को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसने दावा किया कि वह हैदराबाद के उसके क्लाइंट के भतीजों को जमानत पर रिहा करने में मदद कर सकता है. जिसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने हैदराबाद के क्लाइंट की जानकारी फोन करने वाले उस अज्ञात शख्स को दे दी.