देश में क्रिकेट का प्रेम जगजाहिर है। यहां क्रिकेट के इतने प्रेमी है कि वो अपने पसंदीदा क्रिकेटर का मंदिर तक बना सकते हैं, उनको भगवान की तरह पूज भी सकते हैं।
छोटे से लेकर बड़े तक, महिलाएं हो या बच्चे सभी में क्रिकेट प्रेम दिख जाता है। क्रिकेट के लिए किसी बड़े स्टेडियम या शानदार मैदान की तो जरूरत ही नहीं है।
आज भी स्कूलों में जैसे ही समय मिलता है बच्चे क्रिकेट खेलते दिख जाते हैं। बच्चों को क्रिकेट खेलने के लिए किसी बड़े मैदान की जरूरत नहीं होती है वो बालकनी में भी खेलना शुरू कर देते हैं और किसी पार्क के मैदान में भी उसी तरह से क्रिकेट खेलते दिख जाते हैं। स्पूतनिक समाचार एजेंसी की वेबसाइट के अनुसार इस विस्फोट में इतने लोगों की मौत हुई है।
क्रिकेट के मसीहा कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी नए साल के मौके पर उसी दिव्यांग बच्चे का क्रिकेट खेलते हुए वीडियो ट्वीट किया जो पहले भी कई बार ट्वीट हो चुका है।
तेंदुलकर के ट्वीट में एक खासियत ये है कि उन्होंने इस बच्चे से प्रेरणा लेने की बात कही है। साथ ही ये भी लिखा है कि बच्चे का वीडियो देखकर उनको भी प्रेरणा मिली है और इससे बाकी लोगों को भी प्रेरणा लेने की जरूरत है। क्रिकेट के प्रति बच्चे का जुनून देखते ही बनता है। इससे भी अच्छा ये है कि उसके साथी उसे पूरा सम्मान देकर क्रिकेट खिला रहे हैं।