साल 1915 में यहां ओपल स्टोन की खोज के लिए माइनिंग का काम शुरू हुआ था। इस वजह से यहां रहने के लिए लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता था। जब माइंनिग का काम खत्म हुआ तो लोगों ने कहीं और जाने के बजाय यहीं घर बना लिया।
आपको बता दें कि ओपल स्टोन एक कीमती पत्थर होता है, जिसका इस्तेमाल ज्वैलरी में किया जाता है और दुनिया का 95% ओपल इसी इलाके में पाया जाता है।