ये उस सिंडिकेट के सदस्य हैं जो क्वाजुलू-नेटल यूनिवर्सिटी के नेल्सन आर मंडेला स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिकल और हेल्थ साइंस से जुड़े दूसरे कोर्सो की सीट बेचता था।
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में तीन भारतवंशी भ्रष्टाचार के बड़े मामले में फंस गए हैं। इन्हें एक यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज की सीटें भारतीय छात्रों को बेचने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इनमें वर्षा, डरबन में ‘लिटिल गुजरात’ रेस्तरां के मालिक हितेश कुमार भट्ट और स्कूल शिक्षक प्रेशनी हीरामन शामिल हैं।
ये उस सिंडिकेट के सदस्य हैं जो क्वाजुलू-नेटल यूनिवर्सिटी के नेल्सन आर मंडेला स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिकल और हेल्थ साइंस से जुड़े दूसरे कोर्सो की सीट बेचता था। इन तीनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से इन्हें जमानत मिल गई। इन्हें साप्ताहिक अखबार संडे ट्रिब्यून के स्टिंग ऑपरेशन के बाद पकड़ा गया था।
अभिभावक बनकर स्टिंग ऑपरेशन करने गए एक रिपोर्टर से हीरामन ने कहा कि फार्मेसी कोर्स के लिए 18,987 डॉलर (करीब 12 लाख रुपये) में दाखिला मिल जाएगा जबकि मेडिकल की पढ़ाई के लिए इसकी दूनी कीमत देनी होगी। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने तीनों के ठिकानों पर छापे मारे। हीरामन के घर से वाशिंग मशीन में छुपाकर रखा गया लैपटॉप मिला। मौजूदा सत्र में इस कॉलेज की 250 सीटों के लिए करीब सात हजार आवेदन मिले हैं।