हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होते ही तीन दिन तक प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश-बर्फबारी, ओलावृष्टि और गर्जन की चेतावनी जारी हुई है। मौमम विज्ञान केंद्र शिमला ने 11 के लिए यलो और 12-13 मार्च के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य में15 मार्च तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। इस दौरान तापमान कम होने से प्रदेश भर में शीतलहर बढ़ने की संभावना है। वहीं मंगलवार को रंगों के त्योहार होली के दिन मौसम अधिकतर भागों में साफ रहा।
उधर, 12 मार्च को धर्मशाला में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट मैच के दौरान बारिश होने की अधिक संभावना है। मौसम की बेरुखी के चलते क्रिकेट प्रेमियों को निराशा का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, ऊना में अधिकतम तापमान 26.2, सुंदरनगर-भुंतर 24.2, हमीरपुर 24.1, बिलासपुर 9.5, कांगड़ा 23.6, सोलन 22.5, चंबा 22.4, नाहन 21.2, धर्मशाला 18.2, शिमला 17.4, कल्पा 13.2, डलहौजी 10.3 और केलांग में 5.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।
मौसम विभाग की भारी बर्फबारी की चेतावनी से सीमा सड़क संगठन के रोहतांग दर्रा की बहाली के अभियान को ब्रेक लग सकता है। बीआरओ ने रोहतांग से बर्फ हटाने का काम युद्धस्तर पर शुरू किया है, लेकिन यदि फिर से बर्फबारी हुई तो अभियान को ब्रेक लग सकता है।
इसी तरह हाईवे-305 से भी बर्फ हटाने का काम बाधित हो सकता है। बीते दिन आनी की तरफ से जलोड़ी दर्रा तक हाईवे से बर्फ को हटाकर जिला मुख्यालय कुल्लू पहुंचने वाले लोगों की बड़ी राहत दी है। अब लोगों को 10 के बजाए चार किलोमीटर तक पैदल बर्फ में सफर करना पड़ेगा।
हालांकि आखिरी में बीआरओ ने रोहतांग और बारालाचा पास के लिए एक साथ राहलाफाल और दारचा से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग से बर्फ हटाने की मुहिम शुरू की थी।
एक सप्ताह बाद 94 आरसीसी ने गुफा होटल से कोकसर की ओर से रोहतांग की चढ़ाई शुरू कर दी थी। 70 आरसीसी की टीम ने मनाली से 33 किलोमीटर दूर ब्यासनाला तक बर्फ को हटा दिया था।
जबकि कोकसर से 94 आरसीसी की टीम सात किलोमीटर आगे बाईपास के करीब पहुंच गई थी। चार दिन पहले रोहतांग और बारालाचा में जमकर बर्फबारी होने से बीआरओ की टीमों को झटका लगा और फिर से नए सिरे से बर्फ हटानी पड़ी। दो दिन से बीआरओ ने करीब दस किलोमीटर से बर्फ को हटा दिया है। अब फिर से दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं।