स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को लोकसभा में जानकारी दी कि देश में टीबी से होने वाली मौत में कमी आई है। हर्षवर्धन ने कहा कि वैश्विक टीबी की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टीबी एचआईवी के कारण अनुमानित मौतों में 85% की कमी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि वैश्विक टीबी की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टीबी एचआईवी के कारण अनुमानित मौतों में 85% की कमी हुई है जो 2010 में 63,000 से घटकर 2018 में 9,700 हो गई है।
उन्होंने कहा कि इसी अवधि में, टीबी की वजह से होने वाली कुल मौतों का अनुमान है कि टीबी एचआईवी की वजह से 2010 में भारत में 5,57,000 से कम होकर 2018 में 4,49,000 हो गई है। उन्होंने बताया कि यह 19% तक कम हो गई है।
हर्षवर्धन ने कहा कि नवीनतम वैश्विक टीबी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में नए टीबी के मामलों की अनुमानित संख्या 26.9 लाख थी। लेकिन भारत की नवीनतम टीबी रिपोर्ट के अनुसार, 2017की तुलना में 2018 में अधिसूचित टीबी रोगियों की संख्या में केवल 18% की वृद्धि हुई है। 2017 में भारत में टीबी मरीजों की संख्या 18,27,959 थी जो बढ़कर 2018 में 21,55,894 हो गई, लेकिन यह अनुमानित संख्या से कम हैं।