महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्र जिन्होंने कोविड महामारी से जंग में सहायक तकनीक इजाद करने में सफलता प्राप्त की।
रोबोटिक्स विभाग के शिक्षक चेतन चौधरी व इंजीनियरिंग वर्कशॉप से पवन चौधरी के नेतृत्व में इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा पाठ्यक्रम के छात्र युसूफ अली,प्रशांत प्रजापति व आकाश यादव ने पूर्ण स्व- संचालित सैनिटाइजिंग रोबोट जो किसी प्रकार की मानव सहायता के बिना वस्तु या व्यक्ति को सैनिटाइज करता है.
छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति व कुलसचिव के निरीक्षण के दौरान बताया कि यह रोबोट अभी अपने प्रारंभिक चरण में है जिसे कुछ प्रयासों के बाद अन्य तकनीकों से विकसित किया जा रहा है.
अत्यंत रोचक तथ्य यह है कि यह रोबोट बहुत कम ऊर्जा की खपत से केवल 5 वोल्ट पर काम करता है जोकि आईआर सेंसर व अल्ट्रासोनिक सेंसर की सहायता से बखूबी वस्तु या व्यक्ति को भांपकर उपयुक्त रूप में सेनीटाइज करता है.
सभी भिन्न-भिन्न पुर्जों को प्रोग्रामिंग के जरिए से स्वचालित किया गया है जिसमें रोबोट अपनी मूल स्थिति से चलकर वस्तु या व्यक्ति को चारों तरफ से गोलाकार घूम कर सेनीटाइज करेगा। यकीनन यह मशीन सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजिंग जैसी प्रक्रियाओं में अत्यधिक सहायक है।