देश के 149 जिलो में पिछले सात दिनों में कोरोना के एक भी मामले सामने नहीं आए : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन

भारत में कोरोना से हालात बेकाबू हो रहे हैं। हर रोज सवा लाख से अधिक नए केस सामने आ रहे हैं। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे संक्रमित देश बन गया है। मी डिया रिपोर्ट्स की मानें तो वैक्सीनेशन की कमी के चलते देश में कोरोना का फैलाव तेजी से बढ़ रहा है। टीकाकरण को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच विवाद गहरता जा रहा है। टीके की कमी को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि हमारे पास सवा चार करोड़ टीके स्टॉक में हैं। ग्रुफ ऑफ मिनिस्टर के साथ हुई बैठक के बाद हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।

हर्षवर्धन ने कहा कि शुक्रवार सुबह 9 बजे तक मिली जानकारी के मुताबिक भारत में 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 खुराक लोगों को दी जा चुकी है।पिछले 24 घंटे में 36 लाख 91 हजार 511 लोगों को टीका लगाया गया है। जबकि पिछले हफ्ते एक दिन में 43 लाख वैक्सीनेशन हुए थे। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। मीडिया को संबोधित करते हुए हर्षवर्धन ने बताया कि देश में कोरोना की दूसरी लहर में मृत्यु दर कम हुई है। हालांकि उन्होंने रिकवरी रेट घटने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि देश के 149 जिले ऐसे हैं जहां पिछले सात दिन से कोरोना के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं।

दरअसल, टीकाकरण को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है हर्षवर्धन ने कहा कि देश में टीके की कोई कमी नहीं है। टीके की कमी कहने वाले लोग राजनीति कर रहे हैं। पिछले दिनों कई राज्य सरकारों ने वैक्सीनेशन कम होने का दावा किया है। महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी, ओडिशा, झारखंड समेत अन्य राज्यों में पर्याप्त मात्रा में कोरोना टीके का स्टॉक नहीं होने से केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम रोक दिया गया है। पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की किल्लत की वजह से लोगों को टीका लगाए बिना ही वापस भेजे जा रहे हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री टोपे का आरोप है कि केंद्र महाराष्ट्र के साथ टीकाकरण में भेदभाव कर रही है।

टोपे ने मीडिया से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की आबादी को देखते हुए सरकार अभी तक 1 लाख वैक्सीन स्टॉक मुहैया कराई है। जबकि गुजरात में यह आंकड़ा 1 करोड़ का है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुकाबले गुजरात में की आबादी कम होने के बावजूद सरकार वहां ज्यादा वैक्सीन भेज रही है। टोपे ने सरकार से हर हफ्ते 40 लाख वैक्सीन की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में हर रोज 6 लाख वैक्सीनेशन किया जा रहा है। लिहाजा सरकार को महाराष्ट्र पर ध्यान देने की जरूरत है।

महाराष्ट्र के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी वैक्सीन स्टॉक कम होने का दावा किया है। उन्होंने केंद्र से अधिक मात्रा में वैक्सीन की मांग की है। वहीं ओडिशा और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार से वैक्सीन की डिमांड की है। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्रियों ने कहा कि इन राज्यों में वैक्सीन की भारी किल्लत है। खुराक नहीं होने के चलते लोगों को केंद्रों से वापस लौटाया जा रहा है।

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