देहरादून: देश के वनों ने दो साल की अवधि में वातावरण से 38 मिलियन टन (3.8 करोड़ टन) कार्बन सोखकर खुद में समेट लिया है। वर्ष 2015 से 2017 की अवधि में वनों की कार्बन समेटने की दर 19 मिलियन टन प्रति वर्ष रही। अब देश के वनों की कुल कार्बन को स्टॉक करने की क्षमता 7044 से बढ़कर 7082 मिलियन टन हो गई है। वनों के कार्बन स्टॉक की यह क्षमता भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग (एफएसआइ) की जारी हुई ताजा रिपोर्ट में उजागर हुई है।
एफएसआइ की रिपोर्ट के अनुसार दो सालों में सबसे अधिक कार्बन स्टॉक धरती के ऊपर पेड़-पौधों में मौजूद है और इसके बढ़ने की दर 09 मिलियन टन प्रति वर्ष रही। इसके बाद सबसे अधिक कार्बन जमीन के भीतर मिट्टी में दफन है। धरती के भीतर करीब 30 मीटर की गहराई में किए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई कि यहां कार्बन स्टॉक बढऩे की दर सालाना 05 मिलियन टन रही।
इसके अलावा जंगल में पेड़ों की जड़ों समेत सूखकर गिर चुके पेड़ों, लकडिय़ों, जमीन पर पड़ी घासफूस आदि के रूप में दो साल में 10 मिलियन टन कार्बन का स्टॉक हुआ। इससे पता चलता है कि वनों में पेड़-पौधों से लेकर जमीन में गिरे पेड़ों, लकडिय़ों के साथ ही जमीन के भीतर भी न सिर्फ कार्बन जमा है, बल्कि वनों के संवर्धन के साथ उनकी कार्बन स्टॉक क्षमता भी बढ़ रही है।
वनों में कार्बन स्टॉक (मिलियन टन में)
वर्ग——————वर्ष 2015—–वर्ष 2017——बढ़ोतरी
जमीन के ऊपर——-2220———-2238———-18
जड़ों आदि में———–695————699———–04
मृत पेड़ आदि————29————–30———–01
घास-फूस आदि———131————-136———-05
मिट्टी में दफ्न———-3969———–3979——–10
कुल स्टॉक————-7044————7082———38
कार्बन स्टॉक में टॉप राज्य कार्बन मिलियन टन में व क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर में)
राज्य———————वन क्षेत्र———–स्टॉक
अरुणाचल प्रदेश———-66964———994.53
मध्य प्रदेश—————-77414———695.66
छत्तीसगढ़—————–55547———560.98
महाराष्ट्र——————-50682———493.02
कर्नाटक——————-37550———475.08
ओड़ीसा——————–51345———452.90
उत्तराखंड—————–24295———-284.66
जम्मू एंड कश्मीर——-23241———–275.92
आंध्र प्रदेश—————28147———–262.69
केरल———————20321———–255.88
प्रति हेक्टेयर स्टॉक में अंडमान आगे
एफएसआइ की रिपोर्ट में प्रति हेक्टेयर कार्बन स्टॉक का आकलन भी किया गया है। इसमें केंद्र शासित राज्य अंडमान निकोबार पहले स्थान पर है, जबकि कुल कार्बन स्टॉक में अव्वल स्थान पर आए अरुणाचल प्रदेश प्रति हेक्टेयर स्टॉक में दूसरे नंबर पर है। खास बात यह कि प्रति हेक्टेयर स्टॉक में भी उत्तराखंड का स्थान सातवां है।
हालांकि कुल स्टॉक में उत्तराखंड से एक पायदान पीछे जम्मू एंड कश्मीर प्रति हेक्टेयर स्टॉक में एक पायदान आगे है। वहीं, कुल स्टॉक की सूची में टॉप टेन से बाहर हिमाचल प्रदेश का स्थान प्रति हेक्टेयर कार्बन स्टॉक में उत्तराखंड के बाद आठवां है। टॉप टेन की सूची से बाहर सिक्किम ने भी यहां अपनी जगह बनाने में सफलता हासिल की है और सिक्किम को टॉप थ्री में जगह मिली है।
प्रति हेक्टेयर कार्बन स्टॉक की तस्वीर (टन प्रति हेक्टेयर में)
राज्य———————-कार्बन स्टॉक
अंडमान निकोबार———170.68
अरुणाचल प्रदेश———-148.52
सिक्किम——————-145.14
कर्नाटक——————-126.52
केरल———————-125.92
जम्मू कश्मीर————118.72
उत्तराखंड—————-117.17
हिमाचल प्रदेश———–116.41
नागालैंड——————-100.14
महाराष्ट्र——————–97.28