उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कम मृत्यु दर का हवाला देते हुए सुरक्षित स्थिति में होने का दावा कर रहे हैं. वहीं, सूबे में कोरोना वॉरियर्स भी कोरोना संक्रमित होकर जान गंवा रहे हैं. यूपी के देवरिया में कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी की कोरोना के कारण मौत हो गई. प्रभारी का उपचार गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में चल रहा था.
उपचार के दौरान सोमवार की सुबह देवरिया के कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी 36 साल के डॉक्टर राजीव रंजन की उपचार के दौरान मौत हो गई. डॉक्टर राजीव रंजन की मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर दौड़ गई. जिलाधिकारी समेत कई बड़े अधिकारियों ने डॉक्टर के घर पहुंचकर उनके निधन पर शोक जताया और परिजनों को ढांढस बंधाया.
कोरोना के कारण मरे डॉक्टर राजीव रंजन की अंत्येष्टि रुद्रपुर तहसील के बथुआघाट पर की गई. डॉक्टर रंजन की अंत्येष्टि में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. गौरतलब है कि रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रामचक गांव के रहने वाले डॉक्टर राजीव रंजन रुद्रपुर सीएचसी में तैनात थे. डॉक्टर रंजन को मार्च में कोविड-19 अस्पताल का प्रभारी बनाकर जिला मुख्यालय पर अटैच कर दिया गया था.
डॉक्टर रंजन जिला मुख्यालय पर रहकर संक्रमित मरीजों का इलाज अपने सहयोगियों के साथ कर रहे थे. 19 अगस्त को जांच में उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया था. तबीयत बिगड़ने पर 22 अगस्त को वे जिला मुख्यालय के कोविड अस्पताल में भर्ती हो गए. हालत बिगड़ने पर दो दिन पहले ही 29 अगस्त को उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया था. वहां भी हालत में सुधार न होते देख परिजन उन्हें मेदांता ले जाने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर राजीव रंजन का निधन हो गया.
बता दें कि पिछले दिनों वाराणसी के एसीएमओ का भी कोरोना के कारण निधन हो गया था. कोरोना का साया राजधानी लखनऊ के किंग्स जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) पर भी पड़ गया है. केजीएमयू के भी 18 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं.