बिहार में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से गुरुवार को अभी तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने भी वज्रपात का अलर्ट जारी किया है.
मधेपुरा जिला के सदर प्रखंड, मुरलीगंज, कुमाखंड में वज्रपात गिरने की चेतावनी जारी की गई है. इसके साथ ही लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की गई है. वहीं दूसरी ओर समस्तीपुर में आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग जगहों पर 5 लोगों की मौत हुई है.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को बिहार के समस्तीपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग जगहों पर 5 लोगों की मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि समस्तीपुर के रोसड़ा में तीन, पूसा के मोरसंड में एक, भुईधारा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. समस्तीपुर में आकाशीय बिजली से जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें दो बच्चे भी शामिल हैं.
आकाशीय बिजली से मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक राहत पहुंचाने के लिए नीतीश सरकार की ओर से चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला लिया है.
बिहार में बाढ़ की आहट ने लोगों की नींद उड़ा दी है. डर के साए में रात-रात भर लोग जगकर समय बिता रहे हैं. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा और सीतामढ़ी के तराई वाले इलाके के कई गांवों में पानी घुस गया है. वहीं कई घर डूब गए हैं. महानंदा, कमला बलान, कोसी और बागमती नदियां उफान पर बह रही हैं. साथ ही गंगा के बढ़ते जलस्तर से भी लोगों में डर बैठ गया है.
बिहार में नेपाल से सटे कई जिलों में बाढ़ के डर ने लोगों की नींद उड़ा दी है. यहां मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा और सीतामढ़ी के तराई वाले इलाके में लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
महानंदा, कमला बलान, कोसी और बागमती नदियां उफान पर बह रही हैं. साथ ही गंगा के बढ़ते जलस्तर से भी लोगों में डर समाया हुआ है.
यहां कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. घर डूब चुके हैं, मजबूरन लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ रहा है.
दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान इलाके में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण कमला बलान और कोशी की नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है. ऐसे में अब पानी नदी से निकलकर कुशेश्वर स्थान के निचले इलाके में फैलने लगा है.