दिल्ली सरकार ने प्राइवेट और सरकारी लैब को यह निर्देश दिया है कि वह अपनी पूरी क्षमता के अनुरूप काम करें, ताकि कोविड-19 की टेस्टिंग ज्यादा-से-ज्यादा हो सके। इसके साथ ही यह निर्देश भी दिया गया है कि प्राइवेट लैब अब 48 घंटे में अपनी टेस्टिंग रिपोर्ट देंगे।
2.89 लाख लोगों की हो चुकी है कोरोना जांच
दिल्ली में अभी तक दो लाख 83 हजार 239 लोगों की कोरोना जांच की गई है। 22000 से अधिक लोग इस समय कोरोना वायरस के एक्टिव मरीज हैं। इनमें से 19000 से अधिक लोग अपने घर पर कर कोरोना का इलाज करा रहे हैं। यह संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। 14000 लोग ठीक भी हो चुके हैं तो 12 सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
यह है बड़ी चिंता
यहां बड़ी चिंता 50 फीसद मरीजों में वायरस के श्रोत का पता न चल पाना है। ऐसे समय में एक बड़ा मुद्दा है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच की जा सके। मगर जांच तभी हो सकती है। जब पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो।
छह दिन में जांच तीन गुना करने का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने जिस तरह से दो दिन में कोरोना जांच को दोगुना और छह दिन में तीन गुना करने का लक्ष्य रखा है। इससे बहुत मदद मिल सकेगी, क्योंकि दिल्ली सरकार बार-बार यह बात कहती रही है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच कर उन्हें होम आइसोलेशन कराया जाना चाहिए, ताकि बीमारी लोगों में न फैल सके।
सील क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच करने की तैयारी
हालांकि इस समय दिल्ली में प्रतिदिन पांच से छह हजार लोगों की जांच की जा रही है। वहीं केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन (सील क्षेत्रों) में घर-घर जाकर लोगों की जांच करने की रणनीति तैयार की है। इससे भी आगे चलकर बहुत बड़ी राहत मिल सकेगी। जांच के लिए दाम फिक्स किए जा रहे हैं।