दिल्ली की सड़कों पर हुई हिंसा की गूंज अब संसद भवन में सुनाई दे रही है. आज लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में इस पर जोरदार हंगामा हुआ. इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी है कि हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह संसद में जवाब दे सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि संसद के जिस भी सदन में चर्चा होगी गृहमंत्री जवाब देने को तैयार हैं. बता दें कि राज्यसभा में आज आप सांसद संजय सिंह ने नोटिस देकर दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग की थी. इसके अलावा कुछ अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग की थी.
दिल्ली हिंसा को लेकर सरकार पर बरसे ओवैसी
AIMIM मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी पीएम मोदी और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम की चुप्पी देश में गूंज रही है. औवेसी ने बिना नाम लिए बटन दबाने पर शाहीन बाग को करंट लगने के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा था. ओवैसी ने कहा कि अपने बयान पर उन्होंने माफी क्यों नहीं मांगी ? गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह ने यह बयान दिल्ली के बावरपुर में एक चुनावी रैली के दौरान दिया था.
दिल्ली हिंसा पर आप का प्रदर्शन, संयुक्त संसदीय दल की मांग
संसद में आप नेता संजय सिंह ने आप के नेताओं के साथ तख्ती लेकर प्रदर्शन भी किया. इसके अलावा उन्होंने मांग की है एक संयुक्त संसदीय दल बनाया जाए. यह दल निष्पक्ष तौर पर दिल्ली हिंसा की जांच करेगा. गौरतलब है कि संजय सिंह ने नियम 267 के तहत राज्यसभा के कार्यस्थगन का नोटिस भी दिया था.
हालात हो रहे सामान्य, 630 लोग पकड़े गए
बता दें कि दिल्ली में फैली हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. लोग अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से बाहर निकल रहे हैं. दंगा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. कई इलाकों में धारा 144 में ढील दी गई है. दिल्ली पुलिस ने बताया है कि राजधानी में जारी हिंसा को लेकर अब तक 123 एफआईआर दर्ज हुए हैं. 25 एफआईआर फायर आर्मस की दर्ज हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक 630 लोगों को पकड़ा (गिरफ्तार या हिरासत) गया है.