दिल्ली की एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को रांची पुलिस ने मुक्त कराया है। उसके साथ की गई दरिंदगी की कहानी दिल दहला देने वाली है। उस बच्ची को दिल्ली, हरियाणा व मुंबई के वेश्यालयों में तीन बार बेचा जा चुका है। चौथी बार उसकी बोली लगी थी। इसके बाद रांची लाई गई। यहां खरीदार के पास पहुंचने से पहले रांची पुलिस ने उसे मुक्त करा लिया। उसे ले जाने वाले एक दलाल को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
नाबालिग को मुक्त कराने के बाद सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) के समक्ष पेश किया गया। यहां उसने बताया कि वह दिल्ली, हरियाणा और मुंबई के वेश्यालयों में बेची जा चुकी है। कई लोगों ने उस मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाया। ट्रेन से वह रविवार की रात रांची पहुंची थी। उसे एक नंबर दिया गया था।
इस नंबर पर कॉल करने के बाद रेलवे स्टेशन पर एक युवक मिला, जो उसे पैदल लेकर कडरू मोड़ के पास स्थित एक बड़े होटल में ले जा रहा था। इसी बीच किसी बात को लेकर युवक से नाबालिग का झगड़ा हो गया और पुलिस को मामले की भनक लग गई। पुलिस ने लड़की को मुक्त कराते हुए युवक को हिरासत में ले लिया। पीड़िता को संरक्षण गृह प्रेमाश्रय में रखा गया है।
मां ने ही दिल्ली के बुजुर्ग के हाथों बेचा था
दिल्ली की रहने वाली नाबालिग ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष दिए बयान में बताया कि तीन वर्ष पूर्व उसकी मां ने ही दिल्ली के एक बुजुर्ग के हाथों उसे बेच दिया था। उस समय वह महज 11 वर्ष की थी। बेचे जाने के बाद कई लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे वेश्यालय को बेच दिया। वहां कुछ दिन रहने के बाद हरियाणा के वेश्यालय में बेची गई। करीब छह महीने बाद वहां से भी उसे एक मानव तस्कर मुंबई ले गया। वहां पिछले डेढ़ वर्षों से उससे वेश्यावृत्ति करवाई जा रही थी। इसके बाद उसे रांची भेज दिया गया।
बूढ़ों के हाथों बिकी, शादी तक कराई गई
पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह बूढ़ों के हाथों बेची गई, बूढ़ों से शादी तक कराई गई। एक हाथ से दूसरे हाथों लगातार जाती रही। इस धंधे में फंसने के बाद इस दलदल से निकलना मुश्किल हो चुका था। मजबूरी में वह सबकुछ स्वीकार करने लगी थी।