दिवाली से पहले अक्तूबर में ऑटो, टैक्सी में सफर करना महंगा हो सकता है। दिल्ली सरकार ने ऑटो, टैक्सी का किराया बढ़ाने की सिफारिशों को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब वित्त विभाग ने भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी देकर अंतिम मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि किराया बढ़ाने का यह प्रस्ताव अब कैबिनेट में मंजूरी के लिए जाएगा।
इसके बाद बढ़ा किराया लागू कर दिया जाएगा। बता दें कि दिल्ली में सीएनजी के बढ़ते दामों को देखते हुए सरकार ने ऑटो, टैक्सी का किराया बढ़ाने के लिए 13 सदस्यीय किराया निर्धारण समिति (एफएफसी) का गठन किया था। समिति ने जून में ही किराया बढ़ाने की सिफारिश कर अपनी रिपोर्ट सरकार के पास भेज दी थी। समिति की सिफारिशों को परिवहन विभाग ने मंजूरी देते हुए इसे सरकार के पास भेज दिया था।
लंबे समय से यह फाइल वित्त विभाग के पास पड़ी हुई थी, जो अब आगे बढ़ गई है। समिति ने प्रति किलोमीटर की दरें बढ़ाने के साथ ही बेस किराया यानी ऑटो या टैक्सी में बैठते ही जो न्यूनतम किराया है, वह भी बढ़ाया है। इससे पहले, 2019 में भी ऑटो किराया बढ़ा था। उस समय भी बेस प्राइस के अलावा प्रति किलोमीटर 1.50 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ा था।
वाहन बेस किराया प्रति किलोमीटर किराया
मौजूदा प्रस्तावित मौजूदा प्रस्तावित
ऑटो 25 30 9.0 11
टैक्सी 25 40 14 17
टैक्सी (एसी) 25 40 16 20
(नोट सभी आंकड़े रुपये में)