दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाला मामले में ईडी की ओर से जारी किए गए समन पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ये समन राजनीति से प्रेरित है। इसे ईडी को वापस लेना चाहिए।
साथ ही कहा कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं हर कानूनी समन मानने को तैयार हूं। ये समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है। मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया है।
वहीं दूसरी तरफ भाजाप प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस वार्ता की। भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है। संबित पात्रा ने कहा कि इन्होंने मनीष सिसोदिया को सूली पर चढ़ाया। ये जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। लेकिन कानून के हाथ बहुत लंबे बोते हैं। जेल में सारे आसन की सुविधा है।
विपश्यना कोर्स के लिए दिल्ली से बाहर हैं सीएम
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को ईडी के समक्ष पेश नहीं होंगे। वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना के लिए चले गए हैं। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई है कि वह विपश्यना के लिए किस शहर में गए हैं। उन्हें विपश्यना पर मंगलवार को जाना था, लेकिन इंडिया गठबंधन की बैठक के कारण एक दिन के लिए टल गया था।
ईडी के सामने नहीं पेश होंगे केजरीवाल
ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए सोमवार को उन्हें समन जारी करके बृहस्पतिवार को बुलाया है। बब तक केजरीवाल के वकीलों ने ईडी के नोटिस के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है। संभवत: वह बृहस्पतिवार को ईडी के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे।
सूत्रों के अनुसार वकीलों की राय लेने के बाद ही केजरीवाल ने ईडी के समक्ष पेश होने के बजाय विपश्यना पर जाने का निर्णय लिया है। वकीलों ने इस बार फिर ईडी के समन में कोई खामी निकाली है और उनकी ओर से बृहस्पतिवार को इसका खुलासा करने की संभावना है।
आम आदमी पार्टी ने ईडी के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी के वकील समन का अध्ययन कर रहे हैं और कानूनी रूप से उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा आप नेताओं ने कहा था कि केजरीवाल का विपश्यना पर जाने का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था और यह जानकारी सार्वजनिक थी।
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेेश होेने का समय मांगा था, वहींं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।