राजधानी में होम क्वारंटाइन कर रहे मरीजों को दिल्ली सरकार पल्स ऑक्सीमीटर देगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि कोरोना के मरीजों में सांस लेने की समस्या सबसे ज्यादा होती है। मरीज को तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। अगर किसी मरीज को ऑक्सीजन की जरुरत पड़ती है तो वह प्रशासन को सूचित करें। हमारी टीम ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लेकर तुरंत पहुंच जाएगी। दिल्ली सरकार अब हर होम आइसोलेशन वाले केस को एक पल्स ऑक्सीमीटर देगी। जब आप ठीक हो जाएं तो सरकार को वापस कर दीजिए।
सीएम ने कहा कि मरीजों की गंभीर स्थिति को देखते हुए जरूरत पड़ेगी तो उन्हें अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। हर जिला स्तर पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर रख रहे हैं।
आपस में लड़े तो कोरोना जीत जाएगाः केजरीवाल
दिल्ली सरकार और एलजी के बीच अभी हाल में हुए कुछ मतभेद के मामले केजरीवाल ने कहा कि यह राजनीति करने का समय नही है। अगर हम आपसे में लड़े तो कोरोना जीत जाएगा। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली सरकार को मदद कर रही है। दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार मिलकर कोरोना पर काबू पाने में लगे हुए हैं। बड़े पैमाने पर बेड्स की जरूरत फिलहाल नहीं पड़ रही। आज की तारीख में करीब 7000 बेड खाली हैं।
सीएम ने बताया कि 12 जून को दिल्ली के सारे अस्पतालों में मिलाकर 5300 बेड्स भरे थे, आज 6200 बेड्स भरे। 10 दिन में 900 बेड भरे। जबकि 23,000 नए मरीज़ आए। केजरीवाल ने बताया कि जितने मामले में आ रहे हैं उसमें ज्यादातर हल्के लक्षण वाले हैं। इस दौरान हमें केंद्र सरकार से काफी सहयोग मिल रहा है।
तेजी से ठीक हो रहे कोरोना के मरीज
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आज दिल्ली मैं लगभग 25 हजार एक्टिव केस हैं। 33 हजार लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। जबकि 12 हजार लोग होम आइसोलेशन में हैं। अस्पताल में 6000 मरीज हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि एक हफ्ते में केवल एक हजार एक्टिव केस बढ़े। आज से ठीक एक सप्ताह पहले दिल्ली में 24 हजार एक्टिव केस थे। इसका मतलब यह है कि जितने लोग बीमार हुए उतने ही लोग ठीक हुए।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने पिछले दिनों में टेस्टिंग 3 गुना से भी ज्यादा बढ़ा दी है। बीच में कुछ लोगों को अपना टेस्ट कराने में दिक्कत आ रही थी लेकिन अब किसी को कोई दिक्कत नही है। कुछ लैब में गड़बड़ करने की कोशिश की थी उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। कुछ लैब नेगेटिव होने के बाद भी पॉजिटिव दिखा रहे थे।