राजधानी में ‘मरणासन्न’ 719 बस क्यू शेल्टरों की जल्द ही नया जीवन मिलेगा। ये नए रंग-रूप में नजर आएंगे। इससे यात्रियों को तेज धूप और बारिश में राहत मिलेगी। दिल्ली ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डीटीआईडीसी) ने सफाई, रखरखाव और सुधार के लिए कार्ययोजना तैयार की है। अभी इस योजना के लिए 1.53 करोड़ रुपये बयाना राशि तय की गई है। डीटीआईडीसी की 20 जून को होने वाली बैठक में एजेंसी का नाम और पूरा बजट तय होगा।
दिल्ली में बस क्यू शेल्टरों की बदहाल स्थिति के कारण रोजाना हजारों यात्री परेशान होते हैं। गंदगी, टूटी-फूटी छत और बैठने की खराब व्यवस्था से बस क्यू शेल्टर खस्ताहाल हैं। दिल्ली देहात और सीमावर्ती इलाकों में ज्यादातर बस क्यू शेल्टर खराब हैं। वर्षों से इन्हें ठीक करने की मांग की जा रही थी। अब दिल्ली सरकार ने इन्हें ठीक करने का निर्णय लिया है। डीटीआईडीसी ने पूरी दिल्ली में 719 बस क्यू शेल्टरों को चिह्नित किया है, जिनकी सफाई, मरम्मत और रखरखाव के लिए एक व्यापक योजना बनाई गई है।
परियोजना के तहत बस स्टॉपों को न केवल साफ-सुथरा बनाया जाएगा, बल्कि पूरी संरचना में बदलाव होगा। स्टील के नए ढांचे, बैठने के लिए स्टील की सीटें और डिस्प्ले बोर्ड लगाकर इन्हें बेहतर बनाया जाएगा, ताकि यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित इंतजार करने की जगह मिले।
विज्ञापन से आय के साधन भी बढ़ेंगे
डीटीआईडीसी ने बस क्यू शेल्टरों को चमकाने की जिम्मेदारी देने के लिए अनुभवी एजेंसियों को आमंत्रित किया है। कश्मीरी गेट स्थित डीटीआईडीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में 20 जून को एजेंसी का नाम तय हो जाएगा और इसके बाद 3 जुलाई से काम शुरू किया जाएगा। डीटीआईडीसी अधिकारियों का कहना है कि इस कदम से दिल्ली के यात्रियों को राहत मिलेगी। साफ-सुथरे और आधुनिक बस क्यू शेल्टर न केवल यात्रा को सुविधाजनक बनाएंगे, बल्कि शहर की सौंदर्यता को भी बढ़ाएंगे। बस क्यू शेल्टरों पर डिजिटल विज्ञापन भी इसकी रंगत बढ़ाएंगे। साथ ही, आय के साधन भी बनेंगे।