जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की पीसी शुरू हो गई है। पुलिस इस मामले में जानकारी दे रही है। इससे पहले दिल्ली पुलिस मुख्यालय में सुबह 11 बजे बैठक हुई। मिली जानकारी के मुताबिक, JNU में पिछले कुछ दिनों से चल रहे हंगामे के मसले पर पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में फैक्ट फाइंडिंग कमिटी की प्रमुख ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह सहित अन्य अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे।
- सर्वर रूम में छेड़छाड़ की गई। रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे कुछ छात्रों को पीटा गया। 3 जनवरी को सर्वर बंद किया गया।
- जेएनयू हिंसा पर पुलिस ने बताया कि लेफ्ट के चार संगठन रजिस्ट्रेशन के खिलाफ है।
- नकाबपोश जानते थे कि किस-किस रूम में जाना है।
- पेरियार हॉस्टल में मारपीट की गई। बाहर वालों के लिए जेएनयू के अंदर जाना आसान नहीं।
- 5 जनवरी को 11.30 बजे मारपीट की गई। हिंसा के दौरान कुछ वाट्सएप ग्रुप बनाए गए।
- वायरल वीडियो से कुछ लोगों की पहचान की गई।
- नकाबपोशों की पहचान पुलिस ने की।
- योगेंद्र भारद्वाज, विकास पटेल, चुनचुन कुमार, पंकज मिश्रा के रूप में की गई नकाबपोशों की पहचान
दिल्ली-एनसीआर में पुलिसिंग से संबंधित विभिन्न मुद्दों को दूर करने व बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए बृहस्पतिवार को जय सिंह रोड स्थित नया पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक आयोजित की गई।
पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक की अध्यक्षता में हुई बैठक में पड़ोसी राज्यों के कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अमूल्य पटनायक ने कहा कि विधानसभा चुनाव व गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पड़ोसी राज्यों की पुलिस से हर खुफिया जानकारी साझा की जाए। साथ ही विभिन्न चरमपंथी संगठनों के बारे में आतंक से संबंधित खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान पर जोर दिया गया।
अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी एसीपी अनिल मित्तल के मुताबिक बैठक में बताया गया कि चुनाव के दौरान अवैध शराब का प्रचलन बढ़ जाता है।
राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए जमकर शराब बांटते हैं। लोगों को डराने धमकाने के लिए असामाजिक तत्व अवैध हथियार लेकर चलते हैं। पैसे बांटे जाते हैं।
बाहुबलियों की आवाजाही बढ़ जाती है। ऐसे में इन सब पर अंकुश लगाने के लिए सभी संवेदनशील इलाकों में सघन पेट्रोलिंग करने की जरूरत है।
इसके अलावा आतंकवाद विरोधी उपायों जैसे किरायेदारों का सत्यापन, गेस्ट हाउसों की चेकिंग, साइबर कैफे की चेकिंग व सेकेंड हैंड कार डीलर्स पर नजर रखने को कहा गया। दिल्ली की सभी सीमाओं पर नियमित रूप से सख्त चेकिंग व चौकसी करने के निर्देश दिए गए हैं।