नए साल के आगाज के साथ ही देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहला इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड विधानसभा चुनाव, नागरिकता संशोधन कानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) जैसे सभी अहम मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की.
बातचीत की शुरुआत में अमित शाह ने कहा साल 2019 बहुत अच्छा रहा. देश की जनता ने 303 सीटें देकर एक बार फिर केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनाई. महाराष्ट्र चुनाव नतीजों पर उन्होंने कहा कि नतीजे हमारे खिलाफ नहीं आए. नतीजे हमारे पक्ष में आए. वहीं पश्चिम बंगाल को लेकर उन्होंने कहा कि दो तिहाई सीटें जीतेंगे. वहां बीजेपी की सरकार सुनिश्चित है.
वहीं झारखंड चुनाव नतीजों पर उन्होंने कहा कि वहां हम जरूर हार गए. ये आत्मचिंतन का विषय है. सरयू राय से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी एक फैसले से पार्टी को चिन्हित नहीं कर सकते. हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि अगर हम सरकार नहीं बनाते तो हमसे कम सीटें मिलने वाली पार्टी सरकार बनाती. ये राज्य के लोगों के लिए सही नहीं होता. हरियाणा का जनादेश हमारे खिलाफ नहीं था. हरियाणा में हम सबसे बड़ी पार्टी थे.
दिल्ली में होने वाले चुनाव में पार्टी के चेहरे पर उन्होंने कहा कि इसपर पार्टी निर्णय करेगी. ऐसे फैसले पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है. दिल्ली में हालात देखकर चेहरा दिया जाएगा. हमारी तैयारी अच्छी है. बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. हमारे मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार होंगे. क्या बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर लड़ेंगे इसपर उन्होंने कहा कि जब तय हो जाएगा तब ये मीडिया को बता दिया जाएगा.