दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में पिछले तीन दिन से ठंड में कुछ कमी आई है और न्यूनतम के साथ अधिकतम पारे में भी इजाफा हुआ है, लेकिन यह राहत कुछ दिन ही और रहने वाली है। इसके बाद दिसंबर की तरह जनवरी में भी लोगों को भीषण ठंड से रूबरू होना पड़ सकता है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते दिल्ली-एनसीआर दिसंबर की तरह ही जनवरी में बेहद सर्द रह सकता है।
स्काईमेट वेदर के वैज्ञानिक महेश पालावत के मुताबिक, दिसंबर की तरह ही जनवरी में भी सर्दी कई रिकॉर्ड तोड़ सकती है। दरअसल, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ तैयार हो रहा है, जिससे दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत का मौसम प्रभावित होगा।
इससे पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी भी होगी। अभी तीन-चार दिन ऐसे ही राहत बरकरार रहेगी। इसके बाद मौसम फिर करवट लेगा और ठंड बढ़ने लगेगी। मालूम हो कि पिछले वर्ष तीन जनवरी को दिल्ली का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दूसरी तरफ स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने लोगों को सलाह दी है कि गर्म कपड़े अलमारी में रखने की भूल न करें, आठ या नौ जनवरी से बारिश के बाद तापमान में दोबारा कमी आनी शुरू हो जाएगी। इस दौरान न्यूतनम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।