अंकिता हत्याकांड मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। रिजॉर्ट में काम करने वाले पूर्व स्टाफ ने प्रताड़ित होकर यहां से किसी तरह से भागकर जान बचाई। मेरठ में रहने वाले दोनों पति-पत्नी बीते जून महीने तक यहीं काम कर रहे थे। केवल 2 महीनों में वह इतना परेशान हो गए कि उन्हें रातोंरात यहां से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। पति-पत्नी ने आपबीती मीडिया को बताई ।
दरअसल देहरादून की रहने वाली इशिता की शादी विवेक से हुई थी। दोनों ही होटल मैनेजमेंट के कोर्स के बाद नौकरी तलाश रहे थे। इसी बीच उन्हें पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर स्टाफ रिक्वायरमेंट की जानकारी मिली। इसके बाद दोनों की नौकरी लग गई। आरोप है कि लगभग 2 महीनों की नौकरी में ही दोनों पति-पत्नी इतने परेशान हो गए कि उन्हें रातोंरात यहां से भागना पड़ा।
पूर्व स्टाफ इशिता बताती हैं कि पुलकित आर्य उन्हें इतना परेशान कर रहा था कि कई बार उन्होंने यहां से भागने की कोशिश की। वह बताती है कि उनके ऊपर चोरी का आरोप लगा दिया था। चोरी का आरोप लगाने के बाद उनसे बाकायदा लिखित में माफी मंगवाई, जबकि उन्होंने चोरी नहीं की थी।
प्रताड़ना झेल रहे पति-पत्नी किसी तरह से यहां से निकले। पति-पत्नी ने इस रिजॉर्ट को लेकर कई प्रकार के आरोप लगाए। आरोप लगाया कि यहां कुछ ऐसी लड़िकयों का आना जाना रहता था, जिसके बारे में हिदायत थी कि उनके नाम और नंबर नोट नहीं करने हैं। जैसे ही कोई स्टाफ यहां से जाने की कोशिश करता था तो उसको किसी तरह से फंसा दिया जाता।
पटवारी को मिलता था विशेष ट्रीटमेंट
दोनों पति-पत्नी में बताया कि वह यहां से निकलने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे। पुलिस को फोन करने के बाद यह जानकारी पता लगी कि पुलिस तो यहां पर आती ही नहीं। तब हमने पटवारी को फोन किया और पटवारी ने यहां पर आकर उल्टा हमें ही धमकाया और इस बात की भी हिदायत दी कि अगर यहां पर ज्यादा चतुर बनने की कोशिश ही तो अंजाम भुगतने होंगे। पटवारी अमूमन यहां पर कई बार रात और दिन में आया करता था। जब शिकायत पटवारी को दी जाती थी तो उल्टा पटवारी भी ही कर्मचारी को धमकाया करता था