डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की करीबी और राजदार हनीप्रीत कोपुलिस ने 38 दिनों बाद गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की. उसके साथ सुखदीप कौर नाम की एक महिला को भी हिरासत में लिया गया है. हनीप्रीत तीन दिन उसके घर बठिंडा में रही. बता दें की हन्नीप्रीत गिरफ्तार से 2-3 दिन पहले से चंडीगढ़ के आसपास रुकी थी.
बता दें कि हन्नीप्रीत गिरफ्तारी से 2-3 दिन पहले से चंडीगढ़ के आसपास रुकी थी. पंचकूला में 25 अगस्त को हुए दंगों के बाद पुलिस ने दंगाइयों को गिरफ्तार करना शुरू किया तभी सामने गया था कि हनीप्रीत इस पूरी साजिश में शामिल है. सुरेंद्र, चमकौर, दान सिंह, गोविंद आदि को पुलिस ने गिरफ्तार किया और इन लोगों ने हनीप्रीत का नाम लिया. दंगा भड़काने के आरोपी आदित्य इंसां और पवन को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है.
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इनकी तलाश में पुलिस की एक टीम मोहाली भेजी गई है. पंचकूला पुलिस के पास दो गाड़ियों के नंबर भी आए हैं, जिनका इस्तेमाल आरोपियों ने किया. आरोपियों को छिपाने के मामले में भी कुछ लोगों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी. देर से आई कामयाबी पर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि हनीप्रीत ने खुद ही अपनी गिरफ्तारी का रास्ता बनाया था. पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तारी के बाद थाने में रखा और देर रात तक पूछताछ की.
वही, इन सवालों के जवाब में अभी तक पुलिस यही जान पायी है-
1. हन्नीप्रीत 25 अगस्त से ही आदित्य, पवन, रोहताश के संपर्क में थी.
2. इन सभी से उसकी वॉट्सएप पर बात होती थी.
3. कहीं भी सिंपल कॉलिंग का इस्तेमाल नहीं किया.
4. हनीप्रीत के पास इंटरनेशनल नंबर थे.
5. जिन्हें उसने इस्तेमाल किया.
6. उनसे ही वॉट्सएप कॉल किए.
वहीं पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने हनीप्रीत की गिरफ्तारी के चलते दो महिला सब-इंस्पेक्टर, एसआईटी इंचार्ज मुकेश मल्होत्रा, चंडीमंदिर थाना प्रभारी की यहां मौके पर रहने की ड्यूटी लगाई है. बता दें कि अगस्त महीने में डेरा प्रमुख राम रहीम को दो साध्वियों के रेप के मामले में दोषी ठहराने के बाद कोर्ट ने 20 साल कैद की सजा सुनाई थी.
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इसके बाद जब राम रहीम को जेल भेजा गया तब हनीप्रीत उनके साथ थी. लेकिन सजा सुनाए जाने के बाद जिस प्रकार से समर्थकों ने पंचकुला में उत्पात मचाया और पूरा शहर जला दिया.इसके अलावा हरियाणा के कई शहरों में जो उत्पात मचाया उससे प्रशासन काफी नाराज हो गया है. लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश की गई. पत्थरबाजी और आगजनी के लिए साजिश के आरोप हनीप्रीत पर भी लगे हैं. इस के बाद से वह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रही थी.