आगरा। कुछ माह पूर्व ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाली पीपीएस अधिकारी सुनीता सिंह ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। बंद लिफाफे में आइजी को इस्तीफा भेजकर एसपी ट्रैफिक मेडिकल लीव पर चली गईं। उन्होंने दबाव में इस्तीफा देने और खुद के आइपीएस न होने के कारण इस्तीफा देने की बात लिखी है। इससे विभाग में खलबली मच गई है।
गोरखपुर की मूल निवासी एवं 1991 बैच की पीपीएस एसपी ट्रैफिक सुनीता सिंह ने दो माह पहले कार्यभार संभाला था। इसके बाद शहर में फोटो चालान की नई व्यवस्था लागू करने में सक्रियता दिखा रही थीं। बुधवार को सुबह से वे ऑफिस नहीं पहुंचीं। सूत्रों के मुताबिक, दोपहर में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसमें उन्होंने सीधे तौर पर न तो किसी को जिम्मेदार ठहराया और न ही किसी पर आरोप लगाए। इसमें उन्होंने लिखा है कि ‘मैं दबाव वश स्वेच्छा से त्यागपत्र दे रही हूं। क्योंकि मैं आइपीएस अधिकारी नहीं हूं। इन दो वाक्यों से अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।
मगर, एक बात साफ है कि वे किसी दबाव से परेशान हैं। इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया। साथ ही आइपीएस और पीपीएस के बीच का मतभेद भी सामने आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि एक वरिष्ठ अधिकारी से मंगलवार रात को उनकी किसी बात को लेकर तकरार हो गई थी। इससे वे आहत थीं। इस संबंध में जानकारी करने के लिए एसपी ट्रैफिक सुनीता सिंह को कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। एसएमएस का भी जवाब नहीं आया। आइजी राजा श्रीवास्तव ने बताया कि एसपी ट्रैफिक का इस्तीफा मिला है, इसे नियमानुसार संबंधित के पास कार्यवाही के लिए भेजा जा रहा है।