चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ ने शनिवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर आइलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा इलाके में दस्तक दी. इससे कई जगह भूस्खलन की खबर है जिससे सुंदरबन डेल्टा पर उत्तर-पूर्व में बांग्लादेश को नुकसान पहुंचा.
हालांकि दक्षिण परगना और कोलकाता में बारिश रुक गई है लेकिन तेज हवाओं से खतरा बना हुआ है. इन इलाकों में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. तेज हवाओं की चपेट में आने से अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है.
इस चक्रवाती तूफान का असर ओडिशा में भी देखने को मिला, जहां सैकड़ों पेड़ उखड़ गए. सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल के कर्मचारी लगाए गए. ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में 1070 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
बालासोर और जगतसिंहपुर जिले में भी 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया. वहीं केंद्रपाड़ा जिले के राजकनिका पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत गजराजपुर गांव में एस्बेस्टस गिरने से 70 वर्षीय एक शख्स की मौत हो गई है. मृतक की पहचान गणेश्वर मलिक के रूप में हुई है. हादसा उस समय हुआ जब बुजुर्ग अपने घर में सो रहा था.