पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में अपनी मालिकन की जान बचाने के लिए चार साल का एक कुत्ता अपनी जान पर खेल गया। अपनी मालकिन को तेंदुए से घिरा हुआ देखकर टाइगर (कुत्ते का नाम) ने ना केवल तेज आवाज में भौंकना शुरू किया बल्कि बिना डरे तेंदुए पर हमला भी कर दिया। टाइगर की बहादुरी की वजह से 58 साल की अरुणा लामा की जान बच गई।
जानकारी के अनुसार सोनादा की रहने वाली अरुणा लामा को घर के स्टोररूम से कोई आवाज सुनाई दी। वहां जिन्दा मुर्गे रखे हुए थे। जैसे ही अरुणा ने दरवाजा खोला, उनके होश फाख्ता हो गए। वहां तेंदुआ बैठा हुआ था। घबराहट में उन्होंने दरवाजा बंद करने का प्रयास किया, लेकिन तब तक तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। जब अरुणा तेंदुए से अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रही थीं, उसी समय टाइगर उनकी सहायता के लिए बीच में कूद पड़ा।
जोर-जोर से भौंकते हुए टाइगर, अरुणा और तेंदुए के बीच मजबूत दीवार की तरह खड़ा हो गया। वह लगातार तेंदुए की तरफ देखकर भौंकता रहा। टाइगर की बहादुरी के आगे तेंदुए ने भी हार मान ली और वह वहां से भाग गया। स्टोररूम में इस संघर्ष के दौरान अरुणा को कुछ मामूली चोटें जरूर आई हैं, लेकिन उनकी जान बच गई और वह इसके लिए टाइगर की दिल से शुक्रगुजार हैं।