लखनऊ। उत्तरप्रदेश मेें जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, विवादित बयान बढ़ते जा रहे हैं। अब भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक सका, तो राम मंदिर बनाने से कौन रोकेगा।
बकौल योगी, भगवान श्रीराम के मंदिर को बनने से कोई नहीं रोक सकता है। छह दिसंबर को कार सेवकों ने ढांचा ढहाने के बाद ईंट का एक-एक टुकड़ा अपने साथ लेकर चले गए और अपने हिसाब से उसका इस्तेमाल किया।
राम मंदिर राजनीति या चुनावी मुद्दा नहीं
मालूम हो, भाजपा इनकार करती रही है कि वह उत्तरप्रदेश के चुनावों में राममंदिर को मुद्दा नहीं बनाएगी, लेकिन उसके नेता इस मुद्दे पर बयानबाजी करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
बीते दिनों मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था, भाजपा के लिए राम मंदिर राजनीति या चुनावी मुद्दा नहीं है। हां, भाजपा चाहती है कि राम मंदिर बने।
बाबर ने नहीं, औरंगजेब ने ढहाया था राम मंदिर
इस बीच, एक किताब में दावा किया गया है कि राम मंदिर को बाबर के नहीं बल्कि औरंगजेब के कार्यकाल में ढहाया गया था। इस दावे के बाद भी राममंदिर मुद्दा गरमा गया है।
पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की पुस्तक ‘अयोध्या रीविजिटेड’ में इस आम धारणा को भी झुठलाया गया है कि अवध के तत्कालीन गवर्नर मीर बाकी ने 1528 में राम मंदिर को गिरा कर वहां पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था। किताब के अनुसार, ‘मंदिर को 1528 में नहीं बल्कि 1660 में अयोध्या में औरंगजेब के गवर्नर फेदाई खान ने गिरवाया था।’