अनुसूचित जाति (एससी) वोटबैंक को साधने के लिए संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को उनकी जन्मस्थली मध्य प्रदेश के महू (डा. आंबेडकर नगर) में भाजपा, कांग्रेस और सपा के दिग्गज नेता जुटेंगे। बसपा, आजाद समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के नेता भी पहुंचेंगे।
शिवराज-कमलनाथ भी जाएंगे महू
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महू पहुंचकर बाबा साहेब को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। कोरोना काल के बाद यह पहला अवसर होगा, जब इतने बड़े कद के नेता उनकी जयंती पर महू पहुंचेंगे।
एससी वोटबैंक पर नजर
दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव आगामी नवंबर माह में और लोकसभा के मई, 2024 में होने हैं। एससी वर्ग में जनाधार खो चुकी कांग्रेस और सपा आंबेडकर जयंती के बहाने एससी वोटबैंक को साधना चाह रही हैं ताकि लोकसभा चुनाव 2024 में एससी सीटों की संख्या बढ़ा सकें।
भाजपा के पास 46 एससी सीटें
गौरतलब है कि लोकसभा की 543 सीटों में 84 सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं। इनमें 46 सीटें भाजपा के पास हैं। 2014 में भी भाजपा के पास इस वर्ग की 40 सीटें थीं। लोकसभा चुनाव में करीब एक वर्ष ही बाकी है, इसलिए माना जा सकता है कि सभी राजनीतिक दल आंबेडकर जयंती के बहाने एससी वर्ग को साधने में कसर नहीं छोड़ना चाहते। यही कारण है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी महू पहुंच रहे हैं।
आजाद-जयंत सिंह भी जाएंगे महू
आजाद समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील आस्तेय ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद, राष्ट्रीय लोकदल के चौधरी जयंत सिंह भी शुक्रवार को महू पहुंचेंगे। बसपा के प्रदेशाध्यक्ष रमाकांत पिप्पल भी यहां कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
पिछले चुनाव में भाजपा की तरफ था एससी मतदाताओं का रुझान
पिछले चुनाव में एससी वर्ग के मतदाता का रुझान भाजपा की तरफ था, इस कारण कांग्रेस, सपा, बसपा सहित अन्य कई दलों को नुकसान उठाना पड़ा था। जयंती के अवसर को भुनाने सभी नेता आंबेडकर जयंती पर महू पहुंचकर एससी वर्ग को उनका हितैषी होने का संदेश देने का प्रयास करेंगे।
लोकसभा की आरक्षित सीटें भाजपा के पास
उधर, मध्य प्रदेश में एससी वर्ग के मतदाताओं को साधने भाजपा, कांग्रेस और बसपा प्रयासरत हैं। यहां एससी वर्ग के लिए विधानसभा की 35 और लोकसभा की चार सीटें आरक्षित हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इनमें से 17 सीटें जीती थीं, लेकिन उपचुनाव में चार सीटें कम हो गईं, जबकि लोकसभा की चारों सीटें भाजपा के पास हैं।
‘कांग्रेस ने आंबेडकर के साथ किया उपेक्षा का व्यवहार’
भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने बताया कि भाजपा डा. आंबेडकर को लेकर लगातार आयोजन करती रही है। महू में स्मारक बनाने का काम भाजपा सरकार में हुआ। इस बार भी 64,100 बूथों पर बाबा साहेब का चित्र भेजा गया है और सब जगह कार्यक्रम होंगे। कांग्रेस ने हमेशा उनके साथ उपेक्षा का व्यवहार किया है।
‘भाजपा वोटों की फसल काटने के लिए आंबेडकर के नाम का करती है उपयोग’
कांग्रेस प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा वोटों की फसल काटने के लिए डा. आंबेडकर के नाम का उपयोग करती है, जबकि, कांग्रेस उन्हें दिल में बसाकर लड़ती रही है। महू में शोध संस्थान, उनकी भव्य प्रतिमा का निर्माण भी कांग्रेस की सरकारों ने ही किया है।