गुजरात के मेहसाणा निवासी डॉ. छगनभाई नानजीभाई पटेल (सीएन पटेल) को वर्ष 2020-2021 के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। वहीं दिल्ली की निधि त्रिपाठी को दोबारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। एबीवीपी के मुंबई स्थित केंद्रीय कार्यालय ने मंगलवार को यह घोषणा की है।
मुंबई स्थित एबीवीपी के केंद्रीय कार्यालय से चुनाव अधिकारी डॉ. उमा श्रीवास्तव ने बयान जारी कर बताया कि एबीवीपी के अध्यक्ष पद पर डॉ. पटेल और महामंत्री पद पर निधि त्रिपाठी को एक साल के लिए निर्विरोध चुना गया है। एबीवीपी के दोनो शीर्ष पदाधिकारी 25-26 दिसंबर को नागपुर में आयोजित 66वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पदभार ग्रहण करेंगे।
सीएन पटेल मूलतः गुजरात के महेसाणा जिले से हैं और फार्मेसी में पीएचडी की हुई है। वर्तमान में सार्वजनिक फार्मेसी कालेज में प्रोफेसर एवं प्राचार्य तथा गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के अधिष्ठाता एवं विश्वविद्यालय निदेशक बोर्ड के सदस्य हैं। सीएन पटेल ने 23 से अधिक विद्यार्थियों को फार्मेसी संबंधित विभिन्न शोध विषयों पर मार्गदर्शन किया है। इसके अलावा फार्मेसी काउंसिल ऑफ भारत के सदस्य भी हैं।
निधि त्रिपाठी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से हैं, लेकिन दिल्ली में रहती हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से एमए, एमफिल की पढ़ाई पूरी की है। फिलहाल, पीएचडी में अध्ययनरत है। निधि साल 2013 में एबीवीपी से जुड़ीं और साल 2017 में जेएनयू में छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। साल 2016 में जेएनयू में भारत विरोधी नारों के खिलाफ छात्र आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी।
बता दें कि निधि त्रिपाठी को पहली बार 2019 में संगठन का राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया था। निधि इससे पहले संगठन में राष्ट्रीय मंत्री थीं। वो 2017 में जेएनयू छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ चुकी हैं।